अध्यक्ष की कुर्सी पर जमाई निगाह-भाजपा ने झोंकी ताकत
जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट को अपने पक्ष में करने के लिये सत्तारूढ़ भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
इटावा। समाजवादी गढ़ इटावा में पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट को अपने पक्ष में करने के लिये सत्तारूढ़ भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। उधर सपा और प्रसपा ने आपस में एका करते हुए अध्यक्ष की कुर्सी परिवार से बाहर ना जाने देने के लिये पूरे जोर लगा रखें है।
भाजपा के जिलाध्यक्ष अजय धाकरे ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट को अपने पाले में करने के लिए एक सुनियोजित योजना के साथ काम कर रही है। भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष सीट के साथ-साथ सभी आठों ब्लाकों पर काबिज होगी।
उन्होंने कहा कि इटावा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए भले ही समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच भले ही आपस में समझौता हो गया हो, लेकिन इसके बावजूद उनकी पार्टी ना केवल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होगी बल्कि आठो ब्लाकों में उनकी ही पार्टी के प्रमुख होंगे ।
यहां दिलचस्प यह है कि वर्ष 1987 से इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर मुलायम सिंह यादव परिवार का कब्जा चला आ रहा है। एक तय रणनीति के तहत प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे और सपा के निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने के लिए लामबंद हो गए हैं।
प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव का कहना है कि अभिषेक यादव की बेहतर कार्यशैली को देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह निर्णय लिया है कि इस दफा अभिषेक यादव को ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कार्य करना है और इसी दृष्टि से उन्होंने स्थानीय और इलाकाई लोगों से अपील भी की हुई है। सपा और प्रसपा की ओर से जारी जिला पंचायत सूची में सात उम्मीदवार एक ही हैं। चाचा शिवपाल यादव सपा प्रत्याशी अभिषेक यादव को अध्यक्ष पद के लिए पहले ही आशीर्वाद दे चुके हैं।
अभिषेक यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव के निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर विधानसभा से 9 जिला पंचायत सदस्यों की सीटें आती हैं और यह सीटें जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं ।