'किसान न्याय यात्रा' नहीं 'क्षमा यात्रा' निकालनी चाहिए कांग्रेस को....

किसान विरोधी कांग्रेस ने अपने 50 साल के शासन में देश के अन्नदाताओं को मजबूर बनाए रखा।

Update: 2024-09-20 10:19 GMT

भोपाल। इन दिनों मध्यप्रदेश कांग्रेस की ओर से विभिन्न जिलों में निकाली जा रही 'किसान न्याय यात्रा' पर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने आज कहा कि 'किसान विरोधी' कांग्रेस को 'किसान न्याय यात्रा' नहीं 'क्षमा यात्रा' निकालनी चाहिए।

शर्मा यहां भाजपा के सदस्यता अभियान के दौरान संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और कहा कि मध्यप्रदेश का अन्नदाता भलीभांति जानता है कि यह वहीं कांग्रेस है जिसकी 15 महीने की कमलनाथ सरकार में किसानों के साथ वादाखिलाफी की गई थी। ये वहीं कांग्रेस है, जिसने दिग्विजय सिंह की सरकार के समय मुल्ताई में किसानों को धरना करने पर गोलियों से भून दिया था। ये वहीं कांग्रेस है, जिसने केंद्र की यूपीए सरकार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट तक लागू नहीं होने दी थी। किसान विरोधी कांग्रेस ने अपने 50 साल के शासन में देश के अन्नदाताओं को मजबूर बनाए रखा।

उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें किसानों से माफी मांगने के लिए ‘माफी यात्रा’ या ‘क्षमा यात्रा’ निकालनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा को न तो अन्नदाता का समर्थन मिला, न ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का साथ, इसलिए ट्रैक्टर रोकने जैसा बहाना बनाकर, जीतू पटवारी अपनी विफलता को छिपा रहे हैं।

दरअसल पटवारी ने आज सुबह एक वीडियो जारी करते हुए आरोप लगाया था कि किसान न्याय यात्रा में शामिल होने वाले ट्रैक्टर्स को पूरे मध्यप्रदेश में रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज इंदौर में भी पुलिस जगह-जगह नाकाबंदी कर ट्रैक्टर्स रोक रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अनुमति लेकर ट्रैक्टर रैली निकल रही है। पुलिस-प्रशासन ने जो रास्ता बताया था, उसी अनुसार ट्रैक्टर आ रहे हैं। इसके बाद भी किसानों को रोका जाना हठधर्मिता है।

Tags:    

Similar News