CM योगी के दौरे ने सहारनपुर मंडल में भाजपा समर्थकों को दी ऊर्जा
सहारनपुर मंडल के दौरे ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के जोश में जान फूंक दी है।
सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरुवार को सहारनपुर मंडल के दौरे ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के जोश में जान फूंक दी है।
प्रदेश की दस विधानसभा सीटों के लिये होने वाले उपचुनाव के सिलसिले में श्री योगी यहां आये थे। कार्यकर्ताओं को लगता है कि इस बार सीएम योगी के तेवर और रणनीति बदली हुयी दिख रही थी। इसकी एक बड़ी वजह उपचुनावों को माना जा रहा है। सहारनपुर, कैराना और मुजफ्फरनगर तीनों लोकसभा सीटें हारने से भाजपा के कार्यकत्र्ताओं का मनोबल गिरा हुआ है और आपसी कलह एवं फूट सतह पर आ गई है। 10 सीटों में से तीन सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। जहां कि तीनों लोकसभा सीटें भाजपा और लोकदल गठबंधन की झोली में गई थी।
मीरापुर सीट बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में आती है जहां से युवा गुर्जर नेता रालोद की युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन चौहान ने शानदार जीत दर्ज की और अपने खिलाफ खड़े तगड़े उम्मीदवारों को आसानी से परास्त कर दिया। उनके इस्तीफा देने से ही मीरापुर सीट खाली हुई है। इस सीट पर भी उन्होंने अच्छी बढ़त हासिल की थी। यह सीट उनके परिवार की परंपरागत सीट भी है।
इसी तरह गाजियाबाद लोकसभा सीट भी भाजपा के अतुल गर्ग ने जीती थी। वहां भी विधानसभा का उपचुनाव होना है। मुख्यमंत्री आज गाजियाबाद के दौरे पर हैं और तीसरी सीट खैर आरक्षित सीट है जहां के विधायक राजस्व राज्यमंत्री अनूप बाल्मिकी हाथरस से भाजपा के सांसद चुने गए।
मुख्यमंत्री ने अपने इस दौरे के दौरान कार्यकत्र्ताओं के असंतोष और नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। उन्हें अनुशासित होकर विपक्ष पर करारे हमले करने का मंत्र दिया। उन्होंने दोनों जगह कार्यकत्र्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हमें बेकफुट पर जाने की जरूरत नहीं है बल्कि विपक्ष के कारनामों की पोल खोलने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं के बीच सपा पर तीखे हमले बोलते हुए कहा कि अयोध्या, गोमती नगर और कन्नौज की घटनाएं इशारा करती हैं कि सपा का नवाब ब्रांड है। सपा मुखिया दुष्कर्मियों और कलकत्ता मामले में ममता बनर्जी सरकार का बचाव कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में भी सपा-कांग्रेस ने आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने का झूठा प्रचार कर भ्रम पैदा किया था। जिसका भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा।
सहारनपुर में योगी आदित्यनाथ ने एक रणनीति के तहत चार अलग-अलग स्थानों पर भाजपा के चार वर्गों के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने संगठन के पूर्व पदाधिकारियों से सरसावा हवाई अड्डे पर दल-बदलकर भाजपा में आए पूर्व विधायकों एवं पूर्व मंत्रियों से पुलिस लाइन हेलीपेड पर मुलाकात की। संगठन के पदाधिकारियों और संघ विचारधारा के लोगों से पुलिस सभागार में इत्मिनान और लगाव के साथ भेंट की और जनप्रतिनिधियों एवं जिले के मंत्रियों को अपने साथ प्रशासनिक बैठक में शामिल रखा।
मुख्यमंत्री ने अपने 35 मिनट के संबोधन में सात बार से ज्यादा सांसद चंदन चौहान का नाम लिया और उनके द्वारा प्रस्तावित सड़कों के निर्माण एवं मोरना चीनी मिल के विस्तारीकरण की घोषणा की। उन्हीं के क्षेत्र में पड़ने वाले शुकतीर्थ के बारे में मुख्यमंत्री ने शुकतीर्थ के विकास के बारे में सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। खास बात यह थी कि मीरापुर की बैठक के मंच पर योगी सरकार में शामिल रालोद कोटे के काबिना मंत्री अनिल कुमार, भाजपा कोटे से राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, राज्यमंत्री जेपी मलिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान पर तरजीह देते हुए सांसद चंदन चौहान को ही बोलने का मौका दिया गया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरे में युवाओं के रोजगार को खास तवज्जो दी और कहा कि उनकी सरकार नौजवानों को काम और महिलाओं को सुरक्षा देने को विशेष रूप से प्राथमिकता देगी। मीरापुर क्षेत्र में जहां उपचुनाव होना है वहां 38 सड़क मार्गों का निर्माण कराया जाएगा।
वार्ता