संगठन व सरकार को लेकर पूछे गए प्रश्न का भूपेन्द्र चौधरी ने दिया जवाब

BJP अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद भूपेन्द्र पहली बार लखनऊ पहुंचे तो उनसे सरकार और संगठन में समन्वय का प्रश्न पूछा ।

Update: 2022-08-31 04:12 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद भूपेन्द्र चौधरी जब पहली बार राजधानी लखनऊ पहुंचे तो उनसे सरकार और संगठन में समन्वय का प्रश्न पूछा गया। भूपेन्द्र चौधरी ने कहा समन्वय कैसा? हमारी ही तो सरकार है। ये भाजपा की पांचवी पीढ़ी है जो विचारधारा पर चल रही है। जाहिर है कि प्रदेश के नये अध्यक्ष सरकार और संगठन को एक ही मानते हैं। उन्होने केन्द्रीय नेतृत्व के प्रति आभार प्रकट करते हुए कार्यकर्ताओं ने महत्व को दर्शाया। उन्होने कहा मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता और सामान्य परिवार से आने वाले व्यक्ति को महत्वपूर्ण राज्य की जिम्मेदारी दी गयी। यही कार्यकर्ता की असली ताकत है। भूपेन्द्र ने कहा कि भाजपा में कोई बड़ा छोटा नहीं है। इस प्रकार भूपेन्द्र ने सरकार को आश्वस्त किया कि संगठन उसके रास्ते में कभी अड़चन नहीं डालेगा। चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष पद को संभालने के दूसरे ही दिन सरकार ने लगभग डेढ़ दर्जन महत्वपूर्ण फैसले किये हैं। इसके साथ ही सरकार को एनसीआरबी के आंकड़ों ने राहत पहुंचाई है। योगी की सरकार में अपराधों में  कमी आयी है, यह बात एनसीआरबी के आंकड़े बता रहे हैं। विपक्षी दल प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर आलोचना कर रहे थे, यह उसका जवाब हो सकता है।

भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने 29 अगस्त को कार्यभार ग्रहण कर लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर जीत हासिल करेगी, जिन सीटों पर भाजपा हारी। उन सभी 14 सीटों पर विशेष रणनीति बनाकर काम किया जाएगा। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लखनऊ पहुंचते ही विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कोई विपक्षी दल भाजपा का सामना करने की स्थिति में नहीं है। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि भूपेंद्र चौधरी जी को बड़ी जिम्मेदारी मिली है, प्रदेश में मजबूत पकड़ है। सरकार और संगठन के बीच समन्वय की जिम्मेदारी मिली है। चौधरी जी ने पूर्व में मंत्रिमंडल में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। भूपेंद्र जी की क्षमता को हम बखूबी जानते हैं। स्वतंत्रदेव सिंह जी को स्वतंत्र नहीं होने देंगे, स्वतंत्र देव जी संगठन के लिए ही जाने जाते रहे हैं। प्रदेश में अन्य सरकारों में जब लाठी नहीं चटकती थी, स्वतंत्र जी लाठी जरूर चटका देते थे। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में की गई मेहनत का नतीजा है कि हम दूसरी बार सत्ता में वापस आए। सरकार और संगठन मिलकर प्रदेश को ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य करेंगे, पूरे प्रदेश को भाजपा मय बना देंगे।

कार्यभार संभालने के बाद भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि कार्यकर्ताओं का उल्लास देखते ही बन रहा है और ये स्वागत कार्यक्रम इस बात का सबूत है। मैं केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार प्रकट करता हूं, मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता और सामान्य परिवार से आने वाले व्यक्ति को एक महत्वपूर्ण राज्य का जिम्मेदारी दी गई। यही कार्यकर्ता की असली ताकत है। भारतीय जनता पार्टी की ताकत यही है, यहां कोई बड़ा छोटा नही है। सभी ने योगदान दिया है। कोई विशेष योग्यता नही है, सिर्फ काम है। भाजपा ने मेरे जैसे व्यक्ति को सरकार में मंत्री बनाया और अब ये बड़ी जिम्मेदारी दी। लोगों ने पूछा की सरकार और संगठन में समन्वय करेंगे तो मैं कहता हूँ कि समन्वय कैसा? हमारी ही तो सरकार है। ये भाजपा की पांचवीं पीढ़ी है जो विचारधारा पर चल रही है।

योगी कैबिनेट की 30 अगस्त को एक अहम बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण पास हुए। योगी कैबिनेट ने लखनऊ पीजीआई में कर्मचारियों के सातवें वेतनमान को लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इतना ही नहीं, गृह विभाग और परिवहन विभाग के 2 प्रस्तावों को भी कैबिनेट की बैठक में मंजूदी दी गई है। लोकभवन में हुई कैबिनेट बैठक में कुल 17 प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जिनमें से 15 प्रस्तावों पर योगी कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद भूपेंद्र चौधरी ने पंचायती राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। बीजेपी में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत भूपेंद्र चौधरी ने योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। अब उनका पूरा फोकस 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में संगठन को और मजबूत करने पर होगा। इस्तीफे के बाद ट्वीट करते हुए भूपेंद्र चौधरी ने लिखा, " भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के दायित्व के सम्यक निर्वहन हेतु आज मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दिया। अपने प्रथम तथा द्वितीय कार्यकाल में क्रमशः राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा कैबिनेट मंत्री, के रूप में प्रदेश की जनता की सेवा हेतु अवसर प्रदान करने और समय- समय पर दिए गए निर्देशों के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी का एवं अनेक अवसरों पर प्रेरणादाई मार्गदर्शन व आशीर्वचन के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार।"

गौरतलब है कि भूपेंद्र चौधरी ने एक स्थानीय कार्यकर्ता के तौर पर बीजेपी में कार्यभार संभाला था अब वे प्रदेश अध्यक्ष के पद तक पहुंचे हैं। बीजेपी ने पश्चिम यूपी में जातीय समीकरण को देखते हुए उन्हें 2024 से पहले अहम जिम्मेदारी सौंपी है। कार्यभार संभालने के बाद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि सरकार और संगठन में कोई विवाद नहीं है। संगठन के रास्ते पर ही सरकार चल रही है। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगामी नगरीय निकाय और लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत सीटें जिताने का संकल्प दिलाया। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के एजेंडे के आधार पर ही सबकुछ होगा।

इस बीच योगी सरकार को नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो के ताजा आंकड़ों ने बड़ी राहत दी है। एनसीआरबी ने 2021 के क्राइम के आंकड़े जारी किए हैं, जिसके मुताबिक पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा के 378 मामले दर्ज हुए जिसमें उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक ही मामला दर्ज हुआ। जबकि महाराष्ट्र में 100, झारखण्ड में 77, बिहार में 51 और हरियाणा में 40 मामले दर्ज हुए। इस मामले में राजस्थान पांचवें नंबर पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2019 और 2020 में एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। इसे योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

इतना ही नहीं एनसीआरबी के डाटा से यह भी खुलासा हुआ है कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में भी यूपी में कमी आई है। देश की तुलना में साईबर क्राइम में भी यूपी में कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक 2019 में यूपी में बच्चों के खिलाफ 18943 मामले दर्ज किए गए जबकि 2021 में यह घटकर 16838 हो गए। 2019 में यूपी में महिलाओं के खिलाफ 59853 मामले दर्ज किए गए जो 2021 में घटकर 56083 हो गए। यूपी में 2019 में साइबर क्राइम के 11416 मामले दर्ज किए गए जो 2021 में घटकर 8829 हो गए। आंकड़ों से साफ है कि कानून व्यवस्था को लेकर योगी मॉडल कारगर दिख रहा है। 2019 की तुलना में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 6।2 फीसदी की कमी आयी है। बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में 11.11 फीसदी की कमी और साइबर क्राइम के मामले में भी 22।6 फीसदी की आई कमी देखने को मिली है। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में पुलिस अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभा रही है। यही वजह है कि एनसीआरबी के आंकड़े भी इसकी तस्दीक करते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। किसी भी कीमत पर अपराध और अपराधियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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