अखिलेश ने थाली-ताली पर फिर उठाए सवाल
जनता में भरोसा हो इसके लिए सरकार को टीकाकरण में पारदर्शिता के साथ व्यवस्था की खामियां भी दूर होनी चाहिए।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कोरोना के पीक काल में ताली और थाली बजाने की अवैज्ञानिक सोच पर आज फिर सवाल उठाया और कहा कि उन्हें देश के वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा है।
वैक्सीन को भाजपा की बता आलोचना का शिकार हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यहां कहा कि भाजपा को वैक्सीन पर दावा क्यों करना चाहिए? यह एक संवेदनशील मसला है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं खुद बीमार हो गई हैं। गरीब का इलाज मंहगा तो हुआ ही, अस्पतालों में अव्यवस्था का शिकार भी वही बन रहा है। समाजवादी पार्टी का वैज्ञानिकों की दक्षता पर पूरा भरोसा है पर भाजपा की ताली-थाली वाली अवैज्ञानिक सोच एवं भाजपा सरकार की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है।
जनता में भरोसा हो इसके लिए सरकार को टीकाकरण में पारदर्शिता के साथ व्यवस्था की खामियां भी दूर होनी चाहिए। भाजपा नादानी न करे, ''नादान की दोस्ती जी का जंजाल'' बन जाती है।
मथुरा जिला अस्पताल में बुजुर्ग महिला मरीज को स्ट्रेचर तक नहीं मिला। बेटा ठेले पर मां को लादकर अस्पताल पहुंचा। पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं जब एम्बूलेंस और स्टेचर के अभाव में अस्पतालों में कई जानें चली गई। अमेठी के जिला अस्पताल में तो महिला डाक्टर ही नहीं है। वहां आने वाली बीमार और गर्भवती महिलाओं का कोई हाल पूछने वाला नहीं। किसी महिला को इलाज कराना हो तो उसे 30 किमी दूर जाना पड़ता है।
मुरादाबाद के जिला अस्पताल में सर्जिकल महिला वार्ड के भीतर बेड पर कुत्तों के बैठे होने और परिसर में उनके बेरोकटोक घूमने के दृश्य तो खूब वायरल हो चुके हैं। राजधानी लखनऊ के कई अस्पतालों में भी ऐसे दृश्य दिखाई दे जाते हैं। नवजात शिशुओं के साथ निर्मम और अमानवीय व्यवहार की घटनाएं विचलित कर जाती हैं।