भारी पड़ी स्कूटर की सवारी- बाल-बाल बचीं दीदी
पेट्रोल की कीमतों पर विरोध दर्ज कराने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सवार हुई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बाल-बाल बच गई।
कोलकाता। देश में रोजाना बढ़ रही डीजल, पेट्रोल की कीमतों पर विरोध दर्ज कराने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सवार हुई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बाल-बाल बच गई। इलेक्ट्रिक स्कूटर की सवारी करने के दौरान वह डगमगा गई और गिरते गिरते बाल बाल बची।
दरअसल बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश में रोजाना बढ़ रही डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सवार होकर निकली। लेकिन स्कूटर चलाने के प्रयास में वह डगमगा गई और सड़क पर गिरते गिरते बाल-बाल बची। सीएम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ नेताओं ने तुरंत ही समय रहते उन्हें गिरने से बचा लिया। इस दौरान सीएम का मोबाइल फोन भी सड़क पर गिर गया। इस समूचे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सीएम ममता बनर्जी इलेक्ट्रिक स्कूटर से गिरने से बाल-बाल बचती दिखाई दे रही है।
यह हादसा उस समय हुआ जब सीएम ममता बनर्जी इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सवार होकर राज्य सचिवालय नब्बान जा रही थी। गौरतलब है कि इस वर्ष पश्चिम बंगाल में मार्च से मई के बीच विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे हालातों के बीच सीएम ममता बनर्जी केंद्र सरकार को घेरने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। देश में इस समय पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसके चलते अलग-अलग राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सवार होकर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सड़क पर निकली सीएम ममता बनर्जी ने अपने गले में एक तख्ती टांग रखी थी। जिसके ऊपर डीजल-पेट्रोल के दामों में वृद्धि के खिलाफ नारे लिखे हुए थे। उन्होंने सिर पर हेलमेट पहन रखा था और हाजरा मोड से राज्य सचिवालय के बीच 7 किलोमीटर का सफर इलेक्ट्रिक स्कूटर से तय करते हुए सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों का हाथ हिला कर उन्होंने अभिवादन किया।
तकरीबन 45 मिनट का सफर तय करने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने नब्बान पहुंची। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हम ईंधन की कीमतों में वृद्धि का विरोध कर रहे है। केंद्र सरकार केवल झूठे वादे करती है। केंद्र ने ईंधन की कीमतों को दोगुना करने के अलावा और कुछ नहीं किया है। लोग मौजूदा सरकार के सत्ता में आने और इस समय के पेट्रोल की कीमतों के अंतर को साफ-साफ देख सकते हैं।