आम आदमी पार्टी का हाथ किसानों के साथ-कादियान

विधायक विरेंद्र कादियान ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा था।

Update: 2021-02-08 11:41 GMT

शामली। विधायक विरेंद्र कादियान ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा था। अरविंद केजरीवाल देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कहा था कि यदि मैने काम किया है, तो मुझे वोट देना, नहीं तो मुझे वोट नहीं देना। हम शुरू से ही कृषि कानूनों के विरूद्ध हैं और किसानों के साथ खड़े हैं।

दिल्ली कैंट से आम आदमी पार्टी के विधायक विरेंद्र सिंह कादियान सोमवान को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद शामली जिले में पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आम आदमी के बीच पहुंचकर पार्टी के विकास के मॉडल को समझाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शुरूआत से ही केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीनों कृषि कानूनों की खिलाफत कर रही है। हम इस मामले में हर समय किसानों के साथ खड़े हुए हैं। हम जाति-धर्म नहीं बल्कि यूपी में किसानों को मुफ्त बिजली, शिक्षा व स्वास्थ्य के मुद्दों के साथ चुनाव लड़ेंगे।

दरअसल, मिशन 2022 के तहत उत्तर  प्रदेश में मजबूत नींव तलाशने में  शिददत के साथ लगी हुई आम आदमी पार्टी इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी अपने प्रत्याशियों को पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ाने की घोषणा कर चुकी है। इसी के तहत आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली कैंट के विधायक विरेंद्र सिंह कादियान को शामली का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। सोमवार को विरेंद्र कादियान ने शामली पहुंचकर आम आदमी से जनसंपर्क के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया।

विधायक विरेंद्र सिंह कादियान ने सोमवार को शामली जिले के मामौर, सहपत और थानाभवन में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क किया। इस दौरान वह किसानों के बीच भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हर कदम पर किसानों के साथ है। सरकार द्वारा लाये गये तीनों कृषि कानून किसान विरोधी है। किसानों द्वारा की जा रही एमएसपी की मांग भी बिल्कुल जायज है। देश भर के किसानों को एमएसपी मिले, ये हमारी मांग है। हम इसका समर्थन करते हैं और हम आंदोलन में किसानों के साथ खड़े हुए हैं।

विधायक विरेन्द्र कादियान ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा था। अरविंद केजरीवाल देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कहा था कि यदि मैने काम किया है, तो मुझे वोट देना, नहीं तो मुझे वोट नहीं देना। हम शुरू से ही कृषि कानूनों के विरूद्ध हैं और किसानों के साथ खड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश में भी हम बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा और महिलाओं को सुविधाएं देने के मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हम धर्म और जाति के नाम पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। यूपी में खासकर किसानों को मुफ्त बिजली मिले, यह भी हमारा प्रमुख चुनावी मुद्दा होगा।

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