बर्थडे स्पेशल- अमितपाल शर्मा ने आईएएस बनकर पिता के सपने को किया साकार

2016 बैच के आईएएस अफसर अमितपाल शर्मा ने अपने माता पिता का सपना पूरा करने एवं बड़े भाई अजयपाल शर्मा से प्रेरित होकर सिविल सर्विस को चुना

Update: 2020-09-04 08:21 GMT

सोनभद्र। 2016 बैच के आईएएस अफसर अमितपाल शर्मा ने अपने माता पिता का सपना पूरा करने एवं बड़े भाई अजयपाल शर्मा से प्रेरित होकर सिविल सर्विस को चुना। पहले आईपीएस का एग्जाम क्लीयर कर चुके अमितपाल शर्मा को आईएएस बनने की धुन थी और अपनी इस धुन के चलते उन्होंने आईएएस में यूपी कैडर पाकर साबित किया कि वो अपने सपनो को साकार करने में सक्षम है। अपने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भाई आईपीएस अजयपाल शर्मा की तरह ही वो भी बेबाक अंदाज से नौकरी कर जनता के बीच अपनी पहचान बनाये हुए है। कैराना में सपा विधायक की गाड़ी चेकिंग के दौरान चर्चा में रहे आईएएस अफसर और सोनभद्र के सीडीओ अमितपाल शर्मा के जन्मदिन पर विशेष...

अमित पाल शर्मा ने पंजाब के लुधियाना के विकास नगर में अमरजीत शर्मा के परिवार में जन्म लिया। पिता अमरजीत शर्मा गवर्नमेंट स्कूल बस्ती जोधेवाल से बतौर पंजाबी लेक्चरर रिटायर हुए हैं और उनकी माता प्रेम शर्मा गृहिणी हैं। अमित पाल शर्मा एमबीबीएस पास कर डाॅक्टर बन गये थे। उसके बाद अमित पाल शर्मा ने अपने बड़े भाई आईपीएस अजय पाल शर्मा से प्रेरणा लेकर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की। अमित पाल शर्मा ने 28 साल की उम्र में वर्ष 2014 में 139वीं रैंक हासिल की था। उसके बाद उनकी आईपीएस की टैªनिंग शुरू हो गयी थी, इस आईपीएस की टैªनिंग के केवल 4 माह शेष थे। उनके पिता अमरजीत पाल चाहते थे कि मेरे घर में एक आईएएस अफसर हो क्योंकि उनका बड़ा बेटा अजय पाल शर्मा एक आईपीएस अफसर है। अमित पाल शर्मा ने अपने आईपीएस की ट्रैनिंग के दौरान ही फिर सिविल सर्विस की परीक्षा दी जिसमें उनकी 17वीं रैंक आयी और वह 2016 बैच के आईएएस अफसर बन गये। अमित पाल शर्मा ने आईपीएस की टैªनिंग के दौरान ही आईएएस अफसर बनकर अपने पिता के सपने को साकार करने का काम किया है।

आईएएस अफसर अमित पाल शर्मा बताते है, ''आईपीएस की टैªनिंग के दौरान भी सिविल सर्विस की तरफ ही ध्यान रहता था। सुबह 4.30 से लेकर शाम 7.30 बजे का टाइम तो ट्रेनिंग में निकल जाता था, उसके बाद रात को 8 घंटे सिविल सर्विस की तैयारी करता था। इसमें पिता अमरजीत शर्मा और माता प्रेम शर्मा का बहुत सहयोग रहा। यहां पर मुझे न्यूजपेपर पढ़ने का समय नही रहता था, इसलिये पिता और माता ने लगभग 10 न्यूजपेपर लगवा रखे थे। माता और पिता अमरजीत पाल शर्मा मिलकर दिन भर न्यूजपेपर से नोट्स तैयार कर वाट्सएप पर भेजते थे। माता और पिता की मेहनत का ही नतीजा है कि मै आज एक आईएएस अफसर हूं।''


आईएएस अमित पाल शर्मा की टैªनिंग मसूरी में 25 अप्रैल 2017 तक हुई। उसके बाद शासन ने आईएएस अमित पाल शर्मा को 26 अप्रैल 2017 को जनपद गाजियाबाद में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया। आईएएस अफसर अमित पाल शर्मा ने जनपद गाजियाबाद के एसडीएम सदर रहते हुए अनोखे अंदाज में नया साल बनाकर एक मिसाल पेश की। जनपद गाजियाबाद में रहते हुए युवा आईएएस अमित पाल शर्मा ने 31 दिसंबर की रात में शहरभर में चक्कर लगाकर जरूरतमंदों को कंबल ओढ़ाने का काम किया था। सड़क किनारे रहने वाले गरीब और असहाय लोगों के साथ में समय बिताकर आईएएस अमित पाल शर्मा ने नये साल की शुभकामनाएं दीं। उसी दौरान लोगों ने कहा था कि अफसर हो तो ऐसा। इतना ही नही उन्होंने भी आईएएस अमित पाल शर्मा को नये साल की शुभकामनाएं दी थी। उन्होंने जनपद गाजियाबाद में 20 सितम्बर 2018 तक कार्यभार संभाला।

उसके बाद आईएएस अमित पाल शर्मा को ट्रांसफर जनपद शामली में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हो गया था। उन्होंने जनपद शामली के कैराना तहसील एसडीएम के पद पर 21 सितम्बर 2018 को कमान संभाली थी। कैराना एसडीएम रहते हुए आईएएस अमित पाल शर्मा ने अपने प्रयासों से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के 10 प्राथमिक विद्यालयों में प्रोजेक्टर व यूपीएस रखवाने का काम किया। उन्होंने बताया, ''प्राथमिक विद्यालयों में प्रोजेक्टर से पढ़ाई शुरू कराई। आईएएस अमित पाल शर्मा ने कैराना ब्लाॅक के 10 प्राथमिक विद्यालय को चिन्हित कराकर उनमें स्मार्ट क्लास बनाकर प्रोजेक्टर लगवाये थे। उसी के अन्तर्गत नगर के मोहल्ला बेद्दों वाला कुआं स्थित प्राथमिक विद्यालय कृष्णा व जदीद कन्या नंबर 4 में स्मार्ट क्लास में भी प्रोजेक्टर लगवाया था, इसका शुभारंभ खुद आईएएस अमित पाल शर्मा ने किया था। इस प्रोजेक्टर पर ऑडियो, वीडियो फॉरमैट के जरिए बच्चों का मानसिक विकास व पढ़ाई में मन लगाने के लिए यह शुरुआत की थी। प्रथम चरण में कैराना तहसील के करीब 10 प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लासों बनाकर 10 प्रोजेक्टर लगवाये। उन्होंने कैराना एसडीएम के पद पर 2 जनवरी 2020 तक पदभार संभाला। आईएएस अमित पाल शर्मा कैराना एसडीएम के पद पर लगभग 15 महीने तक तैनात रहे। उनकी यह अब तक की सबसे लंबी तैनाती है।

आईएएस अमित पाल शर्मा का एसडीएम कैराना से तबादला होकर 3 जनवरी 2020 को जनपद प्रतापगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तबादला हो गया था। जनपद प्रतापगढ़ से आईएएस अमित पाल शर्मा को सूबे की राजधानी में उत्तर प्रदेश सरकार में उनको शासन ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव बनाकर भेजा। उसके बाद आईएएस अमित पाल शर्मा ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव के पद से ट्रांसफर के बाद जनपद सोनभद्र में 15 अगस्त 2020 को मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। आईएएस अमित पाल शर्मा अभी जनपद सोनभद्र के मुख्य विकास अधिकारी के पद तैनात है। 

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