रेल दुर्घटना के पीड़ितों को 15 साल बाद भी नहीं मिला मुआवजा

एक रेल दुर्घटना के 15 साल पूरे होने के बाद भी पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा नहीं मिल पाया है।

Update: 2021-11-22 11:20 GMT

नूरमहल। एक रेल दुर्घटना के 15 साल पूरे होने के बाद भी पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा नहीं मिल पाया है। 23 नवंबर 2006 को फिल्लौर-नूरमहल रेल मार्ग पर गुमतला गांव के निकट एक ट्रेन की चपेट में आने से वाहन में सवार आशिया, दलजिंदर कौर, किरणजीत कौर और राजवीर कौर की मौत हो गई थी। यह सभी पीटीएम आर्य कॉलेज के छात्र थे।

सरकार ने मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये व घायलों के परिवारों को पचास हजार रुपये देने की घोषणा की थी। इसमें से मृतकों के परिवारों को एक लाख रुपये दिया गया और घायलों के परिवारों को बीस हजार रुपये दिये गये। पीड़ित परिवारों के अनुसार उसके बाद आज तक उन्हें कुछ नहीं मिला जबकि वह बार बार अधिकारियों से संपर्क कर चुके हैं।

स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि हर बार विधानसभा चुनाव के समय राजनीतिक दल चाहे शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी हों या कांग्रेस मुआवजेे के तुरंत भुगतान का वादा करते हैं, पर होता कुछ नहीं है। कॉलेज प्रबंधन समिति अध्यक्ष ओम प्रकाश कुंडली और कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. तेजिंदर कौर ने अब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से अनुरोध किया है कि रकम बिना देरी किये जारी की जाए।


वार्ता

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