हाय री बेरोजगारी- सड़क पर उतरे हजारों अभ्यर्थियों की पुलिस से नोकझोंक
पुलिस की अधिक संख्या को देखकर इधर-उधर भागे छात्रों की पुलिस के साथ हुई नोंक झोंक से स्थिति गर्म हो गई है।
पटना। रेलवे भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी रिक्तियां बढ़ाने की मांग को लेकर सड़क पर उतर गए हैं। राजधानी के बाजार समिति पर स्थित नहर पर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई है। पुलिस की अधिक संख्या को देखकर इधर-उधर भागे छात्रों की पुलिस के साथ हुई नोंक झोंक से स्थिति गर्म हो गई है।
मंगलवार को रेलवे में रिक्तियों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर 15000 से भी अधिक अभ्यर्थी सड़कों पर उतरते हुए प्रदर्शन करने में जुट गए हैं। बाजार समिति नहर पर आंदोलन करने के लिए पहुंचे छात्रों की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई।
इस दौरान अभ्यर्थियों एवं पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक होने से तनाव के हालात पैदा हो गए। अभ्यर्थियों के सड़क पर उतरने से यातायात इस कदर जाम हो गया कि गाड़ियों के पहिए जहां के तहत थम गए हैं। प्रदर्शन के दौरान थोड़ी देर के लिए लंगर टोली मोर के पास भगदड़ के हालात उत्पन्न हुए। लंगर टोली चौराहा के पास आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया।
पुलिस की मौजूदगी के बीच अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हजारों अभ्यर्थी अब गांधी मैदान की ओर निकल गए हैं। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि तकरीबन 6 साल से भी अधिक समय के बाद रेलवे की ओर से सहायक लोको पायलट की रिक्तियां निकाली गई है।
6 वर्षों में केवल 6000 भी रिक्तियां रेलवे ने नहीं निकाली है, 2018 में लोको पायलट के साथ तकनीशियन की रिक्तियां निकाली गई थी। 6 वर्षों में काम से कम 65 से 70000 के बीच रेलवे को रिक्तियां निकालनी चाहिए। अभ्यर्थियों का कहना है कि 6 साल में सिर्फ 6 साल रिक्तियां निकाल रही रेलवे हर साल कैसे नौकरी देगी, इसकी क्या गारंटी है।