पति की हत्या के आरोप में पत्नी गिरफ्तार
मोहन की हत्या खुलासा करते हुए पुलिस ने उसकी पत्नी को आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कानपुर। उत्तर प्रदेश की कानपुर के घाटमपुर इलाके में हुई रवी मोहन की हत्या खुलासा करते हुए पुलिस ने उसकी पत्नी को आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घाटमपुर इलाके में बसंत बिहार मोहल्ला निवासी रवी मोहन पांच अक्टूबर को लापता हो गया था। रवी मोहन के लापता होने की जानकारी घाटमपुर पुलिस को उसकी पत्नी रेनू ने दी थी, जिसके बाद गुमशुदगी दर्ज करते हुए पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। मामला दर्ज होने के दूसरे दिन रवि मोहन का शव बांदा जिले के बदेहदू गांव में नहर के पास पड़ा मिला था। शव मिलने पर रवी मोहन के परिवार को सूचना दी ,तो मौके पर जाकर उसके चाचा ने शिनाख्त लापता रवि मोहन के रुप मे की थी, लेकिन शिनाख्त के बाद रवी मोहन के चाचा ने हत्या की आशंका जताते हुए रवी मोहन के मकान में रहने वाले महेंद्र कुमार उर्फ मोनू पर शक जताया था।
उन्होंने बताया कि बाद पुलिस ने जांच के बाद महेंद्र उर्फ मोनू को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, लेकिन रवि मोहन के परिजनों ने पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर असंतोष जताते हुए डीआईजी कानपुर से शिकायत की थी, जिसके बाद पूरा मामला डीआईजी के निर्देश पर कानपुर क्राइम ब्रांच को दे दिया गया था। रविवार को क्राइम ब्रांच ने घटनाक्रम का जब खुलासा किया तो बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया। जिसमें रवी मोहन की पत्नी रेनू ने ही अपने प्रेमी महेंद्र के साथ मिलकर पहले पति की हत्या की और उसे छुपाने के लिए घाटमपुर में पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पुलिस अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि रेनू ने अपने पति रवी मोहन की पांच अक्टूबर को अपने प्रेमी महेंद्र कुमार उर्फ मोनू के साथ मिलकर घर में ही हत्या कर दी थी। उसके बाद महेंद्र कुमार उर्फ मोनू अपने रिश्तेदार भोले के साथ रवि केे शव को घाटमपुर से बांदा भेजा था। उसी बीच रेनू ने पुलिस को गुमराह करने के लिए रवि के लापता होने की सूचना दी थी।
उन्होंने बताया कि जांच पड़ताल जैसे-जैसे आगेे बढ़ी रेनू और मोनू के संबंधों के बारे में जानकारी हुई। उसके बाद जब रेनूू सेे पूछताछ की गई तो वह पहले पुलिस को गुमराह करती रही लेकिन बाद में उसने अपना जुर्म कबूल लिया। उसने बताया कि महेंद्र कुमार उर्फ मोनू से उसके अवैध संबंध थे ,जिसकी जानकारी रवी मोहन को हो गई थी । संबंधों को लेकर रवी मोहन आए दिन उससे झगड़ा करता था ,जिससे तंग आकर रवी मोहन को रास्ते से हटानेे की योजना महेंद्र व चंद प्रकाश के साथ मिलकर बनाई थी। फिर समय मिलतेे ही रवि मोहन की हत्या कर दी थी।