गर्ल फ्रेंड को मोबाइल दिलाने के लिए ले ली युवक की जान

अपनी बहन के यहां रह रहे युवक की हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

Update: 2021-01-11 13:44 GMT

आगरा। अपनी बहन के यहां रहकर मजदूरी कर रहे युवक की हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक का मोबाइल व उसकी चप्पलें भी बरामद की हैं। पकड़े गये आरोपी ने बताया कि महिला मित्र को मोबाइल देने के लिए उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर युवक की हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।

जनपद आगरा के थाना सैंया पर विगत 5 जनवरी को कम्बोदी पुत्र जाहर सिंह निवासी चमरपुर डांग धियाउली जनपद धौलरपुर राजस्थान द्वारा सूचना दी गई थी कि उसका भतीजा जितेन्द्र पुत्र सुनहरी कस्बा सैंया में अपनी बहन के घर गया था। वह अपनी बहन के घर से दिशा शौच के लिए गया था, जिसके बाद से वापिस घर नहीं आया। इस मामले में पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज़ करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी थी। 6 जनवरी को पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अज्ञात शव सरसों के खेत में पड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, तो उसकी शिनाख्त जितेन्द्र के रूप में हुई थी।

एसएसपी बबलू कुमार के निर्देशन में हत्याकांड का पर्दाफाश करने के लिए टीम गठित की गई थी। इस मामले में गठित पुलिस की टीम लगातार सुरागकशी करने में जुटी हुई थी। जांच के दौरान मोनू पुत्र सुखवीर निवासी अमली बस्ती थाना सैंया व सुमित पुत्र रूप सिंह निवासी इमली बस्ती कस्बा व थाना सैंया का नाम प्रकाश मेंआया। इस पर पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से मृतक का मोबाइल बरामद किया। वहीं उनकी निशानदेही पर पुलिस ने मृतक की चप्पलें भी बरामद कर ली। पुलिस ने जब उनसे सख्ती से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि मोनू की गर्लफ्रेंड है, जो आगरा में रहती है। वह काफी समय से एंड्रायड फोन देने के लिए कह रही थी। लेकिन उसके पास रुपये नहीं थे, जिसके कारण वह परेशान था। उसने बताया कि उसके पड़ौस में आकाश पुत्र मुकेश का साला जितेन्द्र राजस्थान से आकर रह रहा था और मजदूरी कर रहा था। उसके पास ओप्पो कंपनी का एंड्रायड फोन भी था। उसने कई बार उससे फोन देखने के लिए मांगा था, लेकिन वह हर बार मना कर देता था, जिससे उससे काफी गिल्टी फील होती थी। इसके चलते उसने जितेन्द्र से हर हालत में उक्त फोन लेने की ठान ली थी। 3 जनवरी को उसने हिम्मत करके एक बार फिर मोबाइल मांगा, लेकिन उसने मना कर दिया। इस पर उसने जितेन्द्र को ठिकाने लगाने की योजना बना ली थी। योजना के अनुसार वह अपने दोस्त सुमित के पास गया और उससे मदद मांगी। सुमित के हां करने पर उन दोनों ने जितेन्द्र के हाथ से फोन छीन लिया और उसके साथ मारपीट की, जिसमें जितेन्द्र जमीन पर गिर गया। इसके बाद उन्होंने जितेन्द्र का गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप पांडेय, एसआई प्रदीप कुमार, वीरेन्द्र कुमार, हैड कांस्टेबिल आदेश त्रिपाठी, अरूण कुमार सर्विलांस टीम, कांस्टेबिल सुनील चौधरी, सूरज, सुनील पाल, शौकत खान शामिल रहे।

रिपोर्टः प्रवीण गर्ग

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