संडे स्पेशलः जहां पोस्टिंग, वहां संवारा थाना- ऐसी है नेमचंद की कार्यशैली

SHO नेमचंद सिंह द्वारा थाने का संवारते हुए कहां क्या कार्य कराया, जानने के लिये पढ़िये खोजी न्यूज की पूरी खबर...

Update: 2024-09-08 08:35 GMT

सहारनपुर। हर पुलिस अफसर या पुलिसकर्मी का काम करने का तरीका अलग होता है। कुछ अधिकारी ऐसे भी होते हैं, जो कानून व्यवस्था को मजबूत रखने के साथ-साथ थाने को भी दुरूस्त रखने का काम करते हैं, जिनमें शामिल एक इंस्पेक्टर हैं नेमचंद सिंह। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह वर्तमान में सहारनपुर जनपद के थाना मंडी पर प्रभारी निरीक्षक रूप में पुलिसिंग कर रहे हैं। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह द्वारा थाना क्षेत्र में कानून का राज कायम करने के साथ-साथ थाने को भी चमकाने का काम किया है। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह पर शामली जिले के बाबरी थाने का प्रभार रहा हो या फिर शामली कोतवाली या फिर अब सहारनपुर के थाना मंडी का प्रभारी हो, वहां पर उन्होंने थाने को संवारने का काम किया। बाबरी थाने पर उनके द्वारा कराये गये कार्यों को देखकर जिले के पुलिस कप्तान सहित डीआईजी रेंज सहारनपुर और एडीजी तक के अफसर प्रशंसा कर चुके हैं। सहारनपुर के थाना मंडी प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा थाने का संवारते हुए कहां क्या कार्य कराया, जानने के लिये पढ़िये खोजी न्यूज की पूरी खबर...


गौरतलब है कि शामली और मुजफ्फरनगर के थानों में प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके तेजतर्रार इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह अब सहारनपुर जिले थाना मंडी पर स्टेशन हेड ऑफिसर के रूप में पुलिसिंग कर रहे हैं। थाना मंडी प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह ने कार्यभार संभालने के बाद कानून व्यवस्था को मजबूत रखने के साथ-साथ थाने को भी दुरूस्त करने का काम किया। थाना मंडी प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा थाने पर बुजुर्गों की समस्याओं को सुनने के लिये बुजुर्ग हेल्प डेस्क, बालकों की समस्याओं व उनकी काउंसलिंग के लिये बाल मित्र पुलिस थाना, थाने पर आने वाले लोगों के लिये शुद्ध जल की व्यवस्था, लगभग एक साथ 50 लोगों की बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ थाने पर साफ-सफाई की भी पूरी व्यवस्था की गई है।

थाना मंडी पर बुजुर्ग हेल्प डेस्क पर अपनी समस्याओं से परेशान होकर थाने पर आने वाले बुजुर्ग फरियादियों को बुजुर्ग हेल्प डेस्क पर बैठाया जाता है, जिसके बाद थाने पर तैनात एक कर्मचारी उनके लिये पानी लेकर आता है। इसी बीच प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा उनकी समस्याओं को सुनते हैं फिर उनकी समस्याओं को खुद या अपनी पुलिस टीम के माध्यम से सुलझा देते हैं। माता-पिता को घर में न रखने या खाना न देना सहित अन्य समस्याओं को देखते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा उनके बच्चों को थाने पर बुलाकर फरियादी की समस्याओं से अवगत कराते हुए उन्हें आगे ऐसा न करने की हिदायत देते हैं और कहते हैं कि आप इनकी देखभाल करें। प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह के प्रयास से ऐसे कई बुजुर्ग हैं, जिन्होंने सुखी होने पर थाने पर आकर नेमचंद सिंह को धन्यवाद कहा।


थाना मंडी प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा बाल मित्र पुलिस थाने पर बच्चों के साथ मित्रता व्यवहार करते हुए उनकी काउंसलिंग की जाती है। अगर इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह किसी कार्य में व्यस्त हैं तो वहां पर उनकी जगह पर किसी अन्य दरोगा द्वारा उनकी काउंसलिंग कराई जाती है। ऐसे ही उन्होंने थाने पर भारी संख्या में आने फरियादियों को देखते हुए एक साथ 50 लोगों की बैठने की व्यवस्था बनाई, जिससे थाने पर आने वाले फरियादियों को खड़ा न होना पड़े। ऐसे फरियादियों के लिये शुद्ध जल की व्यवस्था भी की गई, जहां पर एक कागज पर लिखकर लगाया है कि यहां पर गुटखा, पान मसाला थूकना या कुल्ला करना सख्त माना है। पकड़े जाने पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। यह इसलिए लिखा गया है कि जिससे वहां पर कोई गंदा न कर सके।

इसके अलावा अगर बात की जाये तो जनता की समस्याओं का निराकरण और अपराधियों पर शिकंजा कसने वाली थाने पर तैनात पुलिस के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा मैस मैन्यू तैयार कराया गया, जिसके तहत वहां पर कार्यरत पुलिस के जवानों को खाना उपलब्ध कराया जाता है। थाना मंडी प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह द्वारा तैयार किया गया मैस मैन्यू इस प्रकार है। सोमवार को सुबह में धुली उडद, आलू जीरा, चावल, सलाद, रायता, चपाती और शाम में लोकी के कोपते, चपाती, मंगलवार को छोले, आलू, मेथी, चावल, सलाद, रायता, चपाती, शाम को मसूर की दाल, पोदीना की चटनी, चपाती, बुधवार को अरहर की दाल, दम आलू, चावल, सलाद, रायता, चपाती, शाम को मिक्स वैज, चपाती, गुरूवार को कढ़ी, चावल, सलाद, रायता, चपाती, शाम को आलू, सोयाबीन, देशी चना, चपाती, शुक्रवार को उडद राजमा, मूली की भूजी, चावल, सलाद, रायता, चपाती, शाम को मटर मशरूम/पालक पनीर, चपाती, शनिवार को मूंग मसूर की दाल/मलका मसूर, चावल, सलाद, रायता, चपाती, शाम को आलू मटर, चपाती, रविवार को स्पेशल खाना या मिक्स दाल, चावल, सलाद, रायता, चपाती, शाम को पुलाव/खिचड़ी बनाई जाती है।


गौरतलब है कि 29 मार्च 2023 को इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह के प्रयास से शामली के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अभिषेक द्वारा थाना कोतवाली शामली परिसर के नवनिर्मित भवन में प्रभारी निरीक्षक कार्यालय, विवेचकों के लिए विवेचना कक्ष, जनता जलपान ग्रह, आगन्तुक कक्ष एवं स्ट्रैस फ्री प्वाइंट/फिश पॉण्ड का विधिवत रूप से उद्घाटन किया गया था। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह द्वारा कराये गये इन कार्यों की तत्कालीन पुलिस कप्तान अभिषेक द्वारा सराहना की गई थी।

इससे पूर्व में नेमचंद सिंह द्वारा बाबरी थाने पर एसओ की पोस्टिंग के दौरान थाने पर कर्मचारियों के कल्याण के लिये कक्ष का आधुनिकीकरण, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णाेद्धार, कर्मचारियों को हष्ट पुष्ट रखने के लिए बॉलीबॉल ग्राउंड और मानसिक तनाव को कम करने के लिए छोटा फिशपॉन्ड एवं कर्मचारियों को शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए जिम्नेशियम, वृक्ष वाटिका, खेल ग्राउंड, जनता की रसोई, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णाेद्वार, मुख्य आरक्षी के बैरक को आदर्श बैरक बनवाने का काम किया था। बाबरी थाने पर इंस्पेक्टर नेमचंद द्वारा कराये गये कार्यों को जिस पुलिस अधिकारी ने भी निरीक्षण किया, उसी ने उनके इन कार्यों की प्रशंसा की थी।


कार्यशैली के दम पर मिल चुका है आईएसओ सर्टिफिकेट

अंतर्राष्ट्रीय मानक संस्था (आईएसओ) द्वारा बाबरी थाने का ऑडिट कराया गया था। ऑडिट के दौरान आठ बिन्दुओं पर थाने की समीक्षा की गई थी। इन बिन्दुओं में विवेचनाओं के सही समय पर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, पुलिस का आमजन के साथ मृदुल एवं सहयोगत्मक व्यवहार, पुलिस की गुणवत्तापरक कार्यशैली, अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए उत्तम आवासीय गुणवत्ता, भोजनालय, पेयजल, शौचालयों की गुणवत्ता, थाना कार्यालय में अभिलेखों का रखरखाव, अपराधियों को बन्दी गृह में रखने की गुणवत्ता, थाना परिसर का सौन्दर्यकरण, वृक्षारोपण, जिम, खेल ग्राउन्ड व वाटिका का रखरखाव शामिल था। थाना बाबरी पर उपरोक्त सभी निर्धारित बिन्दुओं पर पूर्णतया सफल पाया गया। इसी के चलते अंतर्राष्ट्रीय मानक संस्था के आरडी गौतम जनपद शामली में पहुंचे। तत्कालीन शामली एसपी सुकीर्ति माधव के किसी कार्य में व्यस्त होने के कारण आरडी गौतम ने तत्कालीन सीओ थानाभवन अमित सक्सेना व तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह को आईएसओ सर्टिफिकेट प्रदान किया था।



Tags:    

Similar News