पुलिस ने क़त्ल की खोली पोल- 10 लाख की दी थी सुपारी- 6 अरेस्ट- DIG से इनाम

साथ ही राजपत्रित अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जाने की घोषणा की गयी है ।

Update: 2024-09-08 15:33 GMT

शामली। 1 सितम्बर को नहर पटरी पर हुई शिवकुमार की हत्या के खुलासे के लिये पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम ने पांच टीमों को गठन किया और उन्हें घटना का पर्दाफाश करने के लिये मूल मंत्र दिये। एसपी राम सेवक गौतम द्वारा गठित की गई टीम ने खुलासे के लिये अपने दांव-पेंच लगाने शुरू किये। पुलिस टीम को सुराग मिला तो घटना का पूरा खुलासा हुआ और कत्ल की घटना में शामिल निकले 6 आरोपी, जिसमें दो बेटे, उनका एक दोस्त और मृतक का प्रोपर्टी खरीदने-बेचने का साथी और उसके द्वारा उपलब्ध कराये गये दो शूटर। प्रोपर्टी का व्यापार करने वाले साथी ने मृतक के बेटों से 10 लाख हत्या कराने हेतु लिये थे। अपने पिता की सम्पत्ति की चाहत में बेटों ने योजना बनाकर अपने पिता की ही हत्या करा दी। खुलासा करने वाली पुलिस टीम को सहारनपुर रेंज के डीआईजी अजय साहनी द्वारा 25 हजार रूपये इनाम के तौर पर दिये जाने की घोषणा की। साथ ही राजपत्रित अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जाने की घोषणा की गयी है ।

पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम ने प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 1 सितम्बर 2024 को थाना कोतवाली शामली क्षेत्रान्तर्गत नहर पटरी पर शिवकुमार काम्बोज उर्फ गुड्डन पुत्र रणवीर काम्बोज निवासी शिव विहार थाना कोतवाली शामली जनपद शामली की अज्ञात बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या किये जाने के सम्बन्ध मे थाना कोतावली शामली पर सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना पर तत्काल उच्चाधिकारीगण व थानाध्यक्ष कोतवाली शामली मय फोर्स व सर्विलांस व फील्ड़ यूनिट की टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित किये गये। मृतक के शव का पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था। परिजनों की तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली शामली पर अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। घटना की गंभीरता की दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक शामली द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक शामली के नेतृत्व में 5 टीमों का गठन कर घटना का यथाशीघ्र अनावरण किये जाने के निर्देश दिये गये थे।

पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम ने बताया कि दिनांक 7 सितम्बर 2024 को एसओजी/सर्विलांस टीम एवं थाना कोतवाली शामली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में थाना कोतवाली शामली क्षेत्रांतर्गत नहर पटरी पर अज्ञात बदमाशों द्वारा शिव कुमार काम्बोज उर्फ गुड्डन की गोली मारकर हत्या किये जाने की घटना का खुलासा करते हुए घटना में संलिप्त 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। दिनाँक 7 सितम्बर 2024 को ही गिरफ्तारशुदा आरोपी जयवीर व आशु से आलाकत्ल की बरामदगी हेतु सिम्भालका बाईपास पुल के पास लाया गया था। बरामदगी के पश्चात आरोपी जयवीर द्वारा उपनिरीक्षक पवन कुमार की सर्विस पिस्टल अचानक झपट्टा मार छीनकर पुलिस पार्टी पर फायरिंग करते हुये भागने का प्रयास किया गया था। पुलिस पार्टी द्वारा मुठभेड़ के दौरान आत्मरक्षार्थ की गयी फायरिंग में आरोपी जयवीर पुत्र राजपाल निवासी ग्राम बटावली थाना बहसूमा जनपद मेरठ घायल कर दबोच लिया, जिसको उपचार हेतु सीएचसी शामली भेजा गया। आरोपी जयवीर व आशू की निशांदेही पर आलाकत्ल 1 पिस्टल 30 बोर व 1 तमंचा मय 1 खोखा 315 बोर तथा आरोपी जयवीर के कब्जे से आलाकत्ल बरामदगी के पश्चात उपनिरीक्षक पवन कुमार से छीनी गयी सरकारी पिस्टल व घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल पल्सर व एक अन्य रैकी में प्रयुक्त मोटरसाईकिल बरामद हुयी है।

पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी राहुल ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मैं मृतक शिवकुमार काम्बोज उर्फ गुड्डन की पहली पत्नी मिथलेश के पुत्र सोनू उर्फ शोभित व मोहित का दोस्त हूँ और हमारे पारिवारिक सम्बन्ध हैं। शिवकुमार ने अपनी दूसरी शादी आस्था काम्बोज से की थी, जिसके एक लडका और एक लडकी है। पिछले करीब 2 वर्ष से शिवकुमार ने जो भी प्रोपर्टी खरीदी और बेची है वह सब अपनी दूसरी पत्नी आस्था के नाम कर दी है। इसी बात को लेकर सोनू और मोहित दोनो शिवकुमार से विवाद करने लगे और प्रोपर्टी अपने नाम पर करने के लिए कहने लगे लेकिन शिवकुमार ने उनकी बात नहीं मानी। शिवकुमार के पास काफी प्रोपर्टी है। पिता-पुत्रों के बीच विवाद इतना बढ गया था कि पिछले 2 वर्ष से सोनू और मोहित अपने पिता शिवकुमार को रास्ते से हटाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कामयाब नही हो पा रहे थे। यह बात सोनू व मोहित ने मुझे बताई तो हम तीनो ने योजना बनाई कि शिवकुमार की सुपारी देकर मरवा देते है। शिवकुमार के साथ प्रोपर्टी खरीदने-बेचने में ओमबीर सिंह पुत्र ओमप्रकाश निवासी ग्राम कसेरवा कलां थाना आदर्श मण्डी जनपद शामली वर्तमान पता 220 सेक्टर 4 डिफेंस कालोनी थाना नेहरु कालोनी जनपद देहरादून उत्तराखंड भी काम करता था लेकिन लेन देन को लेकर शिवकुमार व ओमबीर में विवाद हो गया था और ओमबीर-शिवकुमार से अलग होकर देहरादून चला गया था। सोनू देहरादून में ही पढता था और ओमबीर से पिता की वजह से पूर्व से ही परिचित था तथा देहरादून में ओमबीर के पास भी आता जाता रहता था। हमें जानकारी थी की ओमबीर व शिवकुमार में विवाद हो तो हमने ओमबीर के जरिये ही शिवकुमार की हत्या कराने की योजना बनायी और ओमबीर को अपनी योजना में शामिल कर लिया।

इसके बाद ओमबीर ने सोनू से बताया कि शिवकुमार की हत्या कराने की 5 लाख सुपारी जाएगी और 5 लाख रुपये वह खुद लेगा फिर ओमबीर ने अपने मिलने वाले शूटर जयवीर पुत्र राजपाल निवासी ग्राम बटावली थाना बहसूमा जनपद मेरठ से हमे मिलवाया और हमारी बात तय हो गयी। सोनू और मोहित ने मुझे बताया कि उनके पिता रोजाना सुबह-सुबह घूमने के लिए कैराना रोड से होते हुये नहर की पटरी पर जाते है वहां पर मारना आसान होगा फिर मैने शिवकुमार की कुछ दिन तक रैकी की। शिवकुमार सुबह करीब 4 अपने घर से कैराना रोड होता हुआ नहर पटरी पर जाता था। योजना के अनुसार दिनाँक 31 अगस्त 2024 की शाम करीब 05.00-05.30 बजे जयवीर अपने भतीजे आशु उर्फ सौरभ पुत्र सुरेन्द्र के साथ शामली आ गया था। मैने इन दोनो को अपनी नालापटरी स्थित फैक्ट्री में रुकवा दिया। दिनाँक 1 सितम्बर 2024 की सुबह करीब 4 बजे मैं अपने घर से फैक्ट्री गया और जयवीर व आशु एक बाईक से और मै अलग बाईक से शामली कैराना रोड पर आये। शिवकुमार अपने घर से निकलकर घूमने के लिए गुलजारी मन्दिर के पास कैराना रोड पर आया और रोड पार करके कैराना रोड पर सडक किनारे किनारे नहर की ओर जाने लगा। शिवकुमार ने ग्रे रंग की हाफ टीशर्ट पहन रखी थी मैने जयवीर और आशु उर्फ सौरभ को शिवकुमार की तरफ इशारा करके उसकी पहचान कराई और बताया कि जब यह नहर पटरी पर घूमने के लिए चला जाए तो गोली मार देना और मै वापस आ गया। उसके बाद जयवीर और आशू उर्फ सौरभ कैराना नहर पुल से होते हुए शिवकुमार के पीछे गये और अजय मूनलाईट रिजार्ट से थोडा पहले शिवकुमार को अकेला पाकर गोली मार दी और दोनो बाईक से वापस आ गये और बताया कि काम हो गया है हमारे पैसे भिजवा देना। मैने यह बात सोनू और मोहित को बता दी और जयवीर व आशू उर्फ सौरभ को पैसे भिजवाने के लिए भी बता दिया तथा हम अपने अपने काम में पहले की तरह लग गये लेकिन फिर भी पुलिस नें हमें पकड़ लिया।

पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम ने जानकारी देते हुए कहा कि अभियुक्तगण से पूछताछ के आधार पर मृतक शिवकुमार काम्बोज उर्फ गुड्डन उपरोक्त के दोनो पुत्र सोनू उर्फ शोभित व मोहित द्वारा अपने साथी / सह अभियुक्त राहुल शर्मा के साथ योजना बनाकर पूर्व में शिवकुमार काम्बोज उर्फ गुड्डन के साथी रहे ओमबीर सिंह को योजना में सम्मिलित कर ओमबीर सिंह के जरिये किराए पर हत्या करने वाले बदमाश जयवीर व आशु उर्फ सौरभ से शिवकुमार काम्बोज उर्फ गुड्डन की हत्या कारित करने का योजनाबद्ध अपराध किया गया है।

गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में शामली कोतवाली के प्रभारी समयपाल अत्री, एसओजी प्रभारी पविन्द्र कुमार और सर्विलांस सैल प्रभारी फतेह सिंह के साथ उनकी पुलिस टीम शामिल रही।

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