लड़की पर एसिड अटैक करने वालों से पुलिस की मुठभेड़- दो को लगी गोली
अपनी माता के साथ शॉपिंग करके घर लौट रही लड़की पर एसिड अटैक फेंकने के मामले में शामिल दो आरोपियों के साथ पुलिस की....
महाराजगंज। अपनी माता के साथ शॉपिंग करके घर लौट रही लड़की पर एसिड अटैक फेंकने के मामले में शामिल दो आरोपियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई। एनकाउंटर में गोली लगने से दोनों एसिड अटैककर लंगड़े हो गए हैं। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लड़की से एक तरफा प्यार में दवा कारोबारी की ओर से इस वारदात की प्लानिंग करते हुए 15000 रुपए खर्च करके अपने कर्मचारी से यह एसिड अटैक कराया गया था।
शनिवार को घर लौट रही लड़की पर एसिड अटैक करने वाले दवा कारोबारी एवं उसके नौकर के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई। भैंसा पुल के पास सरेंडर के लिए कहें जाने पर पुलिस टीम के ऊपर फायरिंग करते हुए भाग रहे दोनों आरोपियों की घेराबंदी करते हुए पुलिस ने जब जवाबी कार्रवाई की तो पुलिस की गोली पैर में लगने से दोनों बदमाश लंगड़े हो गए हैं। पुलिस ने जमीन पर गिरे दोनों आरोपियों को कब्जे में लेकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। जिनकी पहचान का दवा कारोबारी अनिल वर्मा और उसके नौकर राम वचन के रूप में की गई है।
अनिल वर्मा के एसिड अटैक का शिकार हुई लड़की के साथ पहले से संबंध थे। लेकिन एक तरफा प्यार में डूबा अनिल वर्मा लड़की की शादी नहीं होने देना चाहता था। आगामी 10 दिसंबर को होने वाली शादी से पहले ही दवा कारोबारी ने लड़की पर एक्सीडेंट अटैक की योजना बनाई और अपने नौकर के माध्यम से उसके ऊपर एसिड अटैक कर दिया।
दवा कारोबारी की योजना लड़की पर हल्का एसिड अटैक कराने की थी, उसका विचार था कि वह मामूली रूप से घायल हुई लड़की को जब वह अस्पताल लेकर जाएगा तो लड़की और उसके परिजनों की सहानुभूति उसे प्राप्त हो जाएगी। जिसके चलते वह उसके साथ शादी कर लेगा।
उल्लेखनीय है कि 16 नवंबर को भिटोली थाना क्षेत्र के थरौली गांव की रहने वाली लड़की पर उस समय एसिड अटैक कर दिया गया था। जब वह अपनी मां के साथ शॉपिंग करके बाजार से घर लौट रही थी। काले रंग की स्कूटी पर सवार होकर आए युवक ने लड़की के ऊपर तेजाब फेंक दिया था। शाम के अंधेरे के बीच आरोपी घटना को अंजाम देकर मौके से भाग निकला था। तेजाब शरीर पर पडते ही तड़प उठी लड़की को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। जहां से उसे गोरखपुर रेफर कर दिया गया था। यहां भी उसकी हालत को गंभीर देखते हुए परिजनों को लड़की को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई है।