पुलिस ने MES में फर्जी भर्ती घोटाले का किया भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार
जम्मू कश्मीर पुलिस ने कुपवाड़ा जिले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर MES में फर्जी भर्ती घोटाले का भंडाफोड़ का दावा किया।
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को कुपवाड़ा जिले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर सैन्य इंजीनियरिंग सेवा (एमईएस) में फर्जी भर्ती घोटाले का भंडाफोड़ करने का दावा किया। पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए कुपवाड़ा एमईएस में युवा नौकरी चाहने वालों की आकांक्षाओं को प्रभावित करने वाले एक फर्जी भर्ती घोटाले का भंडाफोड किया है। पुलिस ने कहा कि एक सितंबर, 2023 को गुंड ज़ोनरेशी चौकीबल निवासी मुमताज अहमद मीर ने क्रालपोरा पुलिस थाने में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनका पुत्र मोहम्मद सामी मीर फर्जी भर्ती घोटाले के चंगुल में फंस गया है। फर्जी घोटाले को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान दूलीपोरा त्रेहगाम निवासी नजीर अहमद खान के रूप में हुई।
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ एमईएस में नौकरी और नियुक्ति पत्र दिलाने के नाम पर आरोपी ने उसके पुत्र से 70 हजार रुपये की ठगी की गई है। सैन्य खुफिया (एमआई) विभाग ने इस शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेते हुए क्रालपोरा पुलिस थाने ने कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करके कानूनी कार्यवाही शुरू की और गहन जांच शुरू की। जांच प्रक्रिया के दौरान प्रमुख गवाहों के बयान दर्ज किए गए, और सबूत के तौर पर नकली नियुक्ति पत्र जब्त किए गए। आरोपी खान को बाद में घोटाले के संबंध में गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ के बाद नए खुलासे सामने आए हैं। आरोपी ने एमईएस में नौकरी चाहने वाले बेरोजगार युवाओं को धोखा देने के लिए एक विशिष्ट कार्यप्रणाली को नियोजित करने वाले घोटालेबाजों के एक गिरोह के साथ अपने संबंध होने का भी खुलासा किया है।
आरोपी ने अन्य चार सहयोगियों रावथपोरा निवासी जहूर अहमद मीर, अवंतीपोरा निवासी शकील अहमद मकरू, शाल्टांग श्रीनगर निवासी फिरोज अहमद खाशू और पंपोर पुलवामा निवासी शफकत अहमद शाह की पहचान भी बताई। पुलिस ने कहा कि सबूतों के आधार पर इस मामले में समर्पित विशेष पुलिस टीमों ने अन्य चारों आरोपियों को तत्काल पकड़ लिया। इस गिरोह का मास्टरमाइंड शकील अहमद मकरू है, जो उर्फ ‘राजू’ नाम के तहत इस गिरोह को संचालित कर रहा था, जो पीड़ितों को खुद को कश्मीरी पंडित और रंगरेथ श्रीनगर में एक एमईएस अधिकारी के रूप में बताता था।
वार्ता