नक्सली हमला-लोगों की जुबानी-निकला झुंड शुरू कर दी गोलीबारी
बताया कि हम जब गांव में वापिस घर लौट रहे तो हमें रास्ते में नक्सलियों के कई शव पड़े हुए दिखाई दिए;
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बीजापुर टेकुला गुड़ेम के पास सुरक्षाबलों के दल पर नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले के बाद घर छोड़ कर चले गए लोगों ने वापस लौटना शुरू कर दिया है। गांव में वापिस लौट कर आए लोगों ने बताया कि किस तरह उन्हें बंदूकों के बल पर नक्सलियों द्वारा घर छोड़कर भागने को मजबूर किया गया था।
एक न्यूज एजेंसी को ग्रामीण क्यू रमेश ने बताया कि नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच भारी गोलाबारी हुई थी। जिससे हम लोग बुरी तरह डर गए थे। उस समय हमारे पास गांव से भागने के अलावा और कोई चारा नहीं था। गांव के ही मेरे कई दोस्त अभी तक बुरी तरह से डरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि हम सभी अपने ट्रकों पर सवार होकर पास के एक गांव में चले गए थे। जिन लोगों ने गांव उस समय गांव नहीं छोड़ा था। उन्हें नक्सलियों द्वारा पुलिस को फोन करने पर जान से मार देने की धमकी दी गई। पुलिस ने नक्सलियों के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए गांव वालों की पिटाई भी की। अब हम वापस आ गए हैं और अपनी दैनिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिशें कर रहे हैं। एक अन्य ग्रामीणों छात्र ने बताया कि जब सुरक्षाकर्मी बड़ी संख्या में आ रहे थे तो हम सब लोग बुरी तरह से डर कर भाग गए। हमने खतरे को पहले की भांप लिया था। मिनटों बाद ही नक्सलियों का एक झुंड पास के जंगल से निकलकर सामने आया और उसने गोलीबारी शुरू कर दी। यही कारण है कि हम सभी ने खतरे को भांपकर गांव छोड़कर भागने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि हम जब गांव में वापिस घर लौट रहे तो हमें रास्ते में नक्सलियों के कई शव पड़े हुए दिखाई दिए। अधिकारी फिर पहुंचे और उन शवों को उठाकर ले गए।