मनसुख हिरेन मौत मामला-वाझे को सताया गिरफ्तारी का डर
मनसुख हिरेन मौत मामले में विवादों के बीच घिरे पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को अब अपनी गिरफ्तारी का डर सताने लगा है।
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए मनसुख हिरेन मौत मामले में विवादों के बीच घिरे पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को अब अपनी गिरफ्तारी का डर सताने लगा है। इस मामले में नाम सामने आने के बाद सचिन वाझे ने अग्रिम जमानत के लिए थाने की एक अदालत में याचिका दायर की है।
पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-438 के तहत थाने के जिला सत्र न्यायालय में अपनी याचिका दायर की है। इस धारा के तहत कोई भी व्यक्ति किसी मामले में गिरफ्तारी की आशंका होने पर अग्रिम जमानत का न्यायालय से अनुरोध कर सकता है। याचिका दाखिल होने के बाद सत्र न्यायालय ने इस पर सुनवाई की तारीख 29 मार्च निर्धारित की है और जांच कर रहे अधिकारी को जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटेलिया के बाहर से मिली संदिग्ध कार के मालिक मनसुख हिरेन की पत्नी ने पुलिस अधिकारी सचिन वाझे पर अपने पति की संदिग्ध मौत में संलिप्त होने का आरोप लगाया हैै। इन आरोपों के बाद सचिन वाझे को शासन द्वारा बुधवार को मुंबई अपराध शाखा से हटा दिया गया था। अपराध शाखा में सहायक पुलिस निरीक्षक रहे सचिन वाझे का तबादला मुंबई पुलिस के नागरिक सुविधा केंद्र शाखा में किया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटेलिया के पास 25 फरवरी को विस्फोटक और धमकी भरे पत्र के साथ स्कॉर्पियो कार मिली थी। मनसुख हिरेन ने दावा किया था कि उक्त कार उसकी है। लेकिन घटना से 1 हफ्ते पहले वह चोरी हो गई थी। इस मामले में उस समय नया मोड आया। जब 5 मार्च को ठाणा इलाके की एक नदी के किनारे मनसुख हिरेन मृत अवस्था में पाए गए थे। इनकी पत्नी ने दावा किया कि उनके पति ने एसयूवी पिछले साल नवंबर में वाझे को दी थी और उन्होंने फरवरी के पहले हफ्ते में ही यह कार वापिस लौटाई थी। हालांकि सचिन वाजे ने इन आरोपों से इनकार किया है।