रिश्ते का कत्ल-90 लाख के लिए चाचा ने किया भतीजे का मर्डर
पुलिस अधीक्षक (सिटी) विनीत भटनागर ने शुक्रवार को यहां बताया कि कुतुबशेर निवासी ग्यासुद्दीन उर्फ बंटी
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के कुतुबशेर क्षेत्र में रूपयों के लालच में चाचा ने अपने ही सात वर्षीय भतीजे का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या करने के बाद शव को नाले में फेंक दिया।
पुलिस अधीक्षक (सिटी) विनीत भटनागर ने शुक्रवार को यहां बताया कि कुतुबशेर निवासी ग्यासुद्दीन उर्फ बंटी की मोहल्ला ढोलीखाल में क्रोकरी की दुकान करता है। गुरूवार रात उसका तीसरे नम्बर का बेटा शमी गायब हो गया। उन्होंने उसे आसपास के इलाकों और कस्बे में तलाश की। उसके कहीं ना मिलने पर परिजन थाना कुतुबशेर गए और थाना प्रभारी से मिले। परिजनों ने पुलिस काे आशंका जताई कि उनका चचेरा भाई शोएब कुरैशी कई दिनों से यहां आया हुआ है और उसकी गतिविधियां संदिग्ध हैं।
उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी ने इस मामले की सूचना एसएसपी डा. एस चनप्पा को दी। एसएसपी और एसपी सिटी घटना स्थल पर पहुंचे। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने मृतक बालक शमी के चाचा शोएब कुरैशी को हिरासत में ले लिया और पूछताछ की। उसी दौरान किसी ने ग्यासुद्दीन को 90 लाख रूपए की फिरौती की मांग कर डाली। बाद में जब मामले का खुलासा हुआ तो यह बात सामने आई कि फिरौती की काल से पहले ही तीनों आरोपी बालक शमी के मुंह पर टेप लगाकर उसकी जान ले चुके थे। दम घुटने से उसकी मौत हो गई। मोहल्ले के कुछ सीसीटीवी कैमरों में जो फुटेज मिली है उसके मुताबिक गिरफ्तार आरोपी बालक को बोरे में डालकर ले जाते हुए दिखाई दिए हैं। देर रात पुलिस ने इन हत्यारोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि खान आलमपुर निवासी शोएब दिल्ली में एसी का कारीगर है। वह कुछ दिन पहले दिल्ली से घर आ गया था और अपने साथ मैकेनिक का काम करने वाले बिजनौर निवासी सादान और शहजाद को भी अपने साथ सहारनपुर ले आया था। उन्हाेंने बताया कि तीनों ने मिलकर गुरूवार रात साढ़े आठ बजे के करीब अपने भाई ग्यासुद्दीन के तीसरे बेटे सात वर्षीय शमी को उनके मकान के बाहर से उठा लिया।
बिजनौर निवासी दोनों युवक पुलिस को देखकर भागने लगे तभी शक होने पर इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन गिरफ्तार आरोपियों की मदद से किशनपुर नाला पट्टी से बच्चे का शव बरामद कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान बाद यह जानकारी भी सामने आई है कि गिरफ्तार आरोपी दिल्ली के तिहाड़ जेल में भी कुछ दिन बंद रह चुके हैं।
एसएसपी डा. चनप्पा ने इस मामले के त्वरित खुलासे के लिए थाना कुतुबशेर पुलिस की सराहना की है।