दारोगा की हत्या करने वाले को लगी 'खाकी' की 'गोली'
मुठभेड़ में आरोपी के दोनों पैरों में गोली लगी है। उसे फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आगरा। दारोगा प्रशांत की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अरेस्ट कर लिया है। मुठभेड़ में आरोपी के दोनों पैरों में गोली लगी है। उसे फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार विगत 24 मार्च को आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नाहर्रा में एसआई प्रशांत कुमार यादव भाईयों के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए गये थे। नहर्रा निवासी विजय सिंह के दो बेटों के बीच खेत के मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा था। एक हिस्सा विजय सिंह के पास था। बड़ा बेटा शिवनाथ पिता के साथ जबकि छोटा बेटा विश्वजीत मां के साथ रहता है। विजय सिंह ने खेत के तीन हिस्से किए थे और उनके हिस्से में आलू की फसल को लेकर विवाद था। खुदाई के दौरान विवाद होने पर छोटे बेटे ने कहा कि इसमें भी आधा हिस्सा मां को मिलना चाहिए। वहीं बड़े भाई शिवनाथ की दलील थी कि पूरा आलू उसने बोया है इसलिए फसल पर उसका हक है। इसी विवाद को सुलझाने के लिए दारोगा प्रशांत कुमार यादव व कांस्टेबल चन्द्रसेन मौके पर पहुंचे थे। बताया जाता है कि विश्वजीत तमंचे के बल पर उस वक्त मजदूरों को धमका रहा था। जब दारोगा प्रशांत कुमार ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, तो विश्वजीत ने दारोगा पर गोली चला दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। दारोगा की मौत के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था और आरोपी की तलाश की थी, लेकिन उसका कोई भी पता नहीं चल पाया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए एसआई के परिवार को 50 लाख के मुआवजे का ऐलान किया था। पुलिस तभी से आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। आज पुलिस को 50 हजार के इनामी विश्वजीत की जैतपुर थाना क्षेत्र में होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और घेराबंदी कर ली। पुलिस को देखकर विश्वजीत ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, तो विश्वजीत दोनों पैरों में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। फिलहाल उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।