दरियादिली- सूचना मिलते ही गरीब बालक के लिए दौड़ पड़ी POLICE

खाकी जो अपराधियों के लिए पूरी तरह से सख्त है, वह आम लोगों के लिए उतनी ही दरियादिल है।

Update: 2020-12-28 16:33 GMT

बाराबंकी। खाकी जो अपराधियों के लिए पूरी तरह से सख्त है, वह आम लोगों के लिए उतनी ही दरियादिल है। इसका एक अनूठा उदाहरण आज बाराबंकी पुलिस ने पेश किया। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि एक बालक को ब्लड की सख्त आवश्यकता है, थानाध्यक्ष दो कांस्टेबिलों के साथ तुरंत अस्पताल पहुंचे और तीन यूनिट ब्लड डोनेट किया।


मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के यूपी की सत्ता संभालने के बाद पुलिस अपराधियों के लिए काल का रूप धारण किये हुए हैं। अपराधियों में खाकी का खौफ साफ-साफ दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी ओर अपराधियों के लिए काल का रूप बन चुकी खाकी, मानवता के भी नए मुकाम हासिल कर रही है।


ऐसा ही एक अनूठा उदाहरण बाराबंकी पुलिस ने पेश किया। बाराबंदी के आस्था हाॅस्पिटल से रईस नामक एक व्यक्ति का फोन थानाध्यक्ष कोठी रितेश कुमार पांडेय के पास आया। रईस ने बताया कि वह कोतवाली बाराबंकी का रहने वाला है और सब्जी का ठेला लगाकर परिवार का गुजर-बसर कर रहा है। उसने बताया कि उसके बेेटे को बोनमैरो नामक बीमारी है और तत्काल उसे बी पाॅजीटिव ग्रुप के ब्लड की आवश्यकता है। यदि वे उसकी मदद करें, तो उसके बेटे की जान बच सकती हैं। रितेश कुमार पांडेय पूर्व में बाराबंकी शहर की चौकी सिटी व यातायात प्रभारी रह चुके हैं, इसलिए उसके पास उनका मोबाईल नम्बर था और उसने काॅल किया था। थानाध्यक्ष तुरंत कांस्टेबिल अमित कुमार सिंह, निशानु मिश्रा के साथ अस्पताल में पहुंचे और हाॅस्पिटल के डायरेक्टर वीरेन्द्र पटेल से बच्चे की बीमारी के बारे में जानकारी ली। थानाध्यक्ष बच्चे से मिले और तीनों ने एक-एक यूनिट ब्लड बच्चे को डोनेट किया। बाराबंकी पुलिस की दरियादिली की परिजनों के साथ-साथ क्षेत्र की जनता द्वारा भी भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है।

रिपोर्टः प्रवीण गर्ग

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