फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

बुलन्दशहर जिले की अनूपशहर पुलिस ने फ़र्ज़ी मार्कशीट व अन्य बोर्ड प्रपत्र बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार....

Update: 2023-10-03 00:24 GMT

बुलन्दशहर। उत्तर प्रदेश में बुलन्दशहर जिले की अनूपशहर पुलिस ने फ़र्ज़ी मार्कशीट व अन्य बोर्ड प्रपत्र बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने सोमवार को बताया कि 26 सितंबर को अनूपशहर क्षेत्र के गांव अनिवास निवासी रविंद्र कुमार ने थाने में सूचना दी थी किवर्ष-2021 में उसके बेटे ने एक स्कूल से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी तथा अब उसके बेटे ने भारतीय थल सेना की सीधी भर्ती की औपचारिक्ताओं को पूर्ण कर लिया लेकिन कागजों के सत्यापन में इंटरमीडिएट की मार्कशीट को फर्जी बता दिया गया है। इस सम्बन्ध में थाना अनूपशहर पर धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।

इस सिलसिले में पुलिस द्वारा सर्विलांस टीम के सहयोग से फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह के तीन अभियुक्तो को कस्बा डिबाई के एक मकान से गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से विभिन्न शिक्षण संस्थान की मार्कशीट, लेपटॉप, मोबाइल, एटीएम कार्ड, फर्जी मार्कशीट बनाने के उपकरण, नकदी पुलिस ने बरामद किए हैं।

पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने नाम देवेन्द्र सिंह, दिलीप और राहुल सिमैया बताया। पुलिस ने इनके कब्जे से दो लैपटॉप, 16 मोबाइल, 22 एटीएम, 10 स्टाम्प मोहरें के अलावा 167 मार्कशीट/माइग्रेशन (विभिन्न शिक्षण संस्थान के) बरामद किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त राहुल ने पूछताछ में बताया बताया कि वह लोग ऐसे छात्र छात्राओं जो पढ़ाई लिखाई में कमजोर है, अच्छे नम्बरों के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाने का आश्वासन देकर शैक्षिक प्रमाण पत्र बना कर देते हैं , गिरोह की टीम सोशल मीडिया, जस्ट डायल बेब साइट व संस्थान की वेब साइट डब्लूडब्लूडब्लू.श्रीबालाजीइंस्टीट्यूट.ओआरजी पर विजिट करने वाले लोगों के नम्बर प्राप्त करते हैं फिर प्राप्त नम्बरों पर कॉल करके विभिन्न शैक्षिक बोर्डों/संस्थानों के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाने, विभिन्न कॉलेजों/संस्थानों/विश्वविद्यालयों के विभिन्न कोर्सो में एडमिशन कराने का प्रलोभन देकर सम्पर्क करते है ।

लोगों को विश्वास दिलाने के लिये हम लोग कुछ समय के लिये फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों को शैक्षिक संस्थानो की मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट बनाकर देखने के लिये उपलब्ध करवा देते हैं। इसके लिये उन्होंने राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, तमिलनाडू में ऑफिस खोल रखे हैं ।

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