फ्लैशबैकः जब SHO के प्रयास से टूटने से बचे थे 390 परिवार- फिर मिली कमान

आज फिर तबादला सूची में निधि चौधरी का नाम अंकित करते हुए उन्हें महिला थाने का प्रभारी बनाया है।

Update: 2024-10-20 03:40 GMT

शामली। छोटी-छोटी बातों पर टूटने की कगार पर चल रहे पति-पत्नि के रिश्तों को जिले के महिला थाने पर जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। पति-पत्नि में चल रहे विवादों व समस्याओं के निराकरण के लिये पूर्व में शामली महिला थाना प्रभारी रहते हुए इंस्पेक्टर निधि चौधरी ने पति-पत्नियो में चल रहे विवादों व समस्याओं से सम्बन्धित पति-पत्नि को काउसलिंग के लिये थाने पर बुलाकर दोनों पक्षों की समस्याओं को संवेदनशीतला से सुनते हुए उनका समाधान कराने का काम किया था। इंस्पेक्टर निधि चौधरी ने पूर्व में महिला थाना प्रभारी रहते हुए लगभग आठ महीने के कार्यकाल में 390 मामलों को सुलझाने कार्य करते हुए उनके परिवार को जोड़ने का कार्य किया था। शामली पुलिस कप्तान राम सेवक गौतम द्वारा आज फिर तबादला सूची में निधि चौधरी का नाम अंकित करते हुए उन्हें महिला थाने का प्रभारी बनाया है।

गौरतलब है कि पति-पत्नि में विवाद होने के बाद वह एक-दूसरे के विरूद्ध अभियोग दर्ज करा देते हैं। दोनों पक्षों को शुरूआत में महिला थाने पर ही बुलाया जाता है लेकिन अगर वहां पर मामला नहीं सुधरता है तो फिर परिवार न्यायालय में भेज दिया जाता है, जहां पर दोनों पक्षों को तारीखें मिलती रहती है और वह कोर्ट के चक्कर लगाते रहते हैं। इस दौरान दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं। एक-दूसरे पर लगाये गये आरोपों से कहीं ना कहीं दोनों पक्षों का मन खिन्न हो जाता है और मामला सुलझने लायक नहीं रहता है। आरोपों से मन खिन्न होने के बाद वह एक-दूसरे से अलग होने का निर्णय ले लेते हैं और पति-पत्नि के साथ जन्मों के इस बंधन को तोड़कर एक-दूसरे से जुदा हो जाते हैं। ऐसा नहीं है कि पति-पत्नि सम्बंधी विवादों में साथ जन्मों को बंधन टूटे ही, अगर महिला थाना प्रभारी या कोर्ट में विवाद को सुन रहे अधिकारी रिश्तों को बचाने का प्रयास करें तो पति-पत्नि फिर दोबारा से एक-दूसरे के साथ रह सकते हैं।

मुजफ्फरनगर जिले में महिला थाना प्रभारी के रूप में कार्य कर चुकी इंस्पेक्टर निधि चौधरी के शामली महिला थाने प्रभारी के रूप में रहते हुए आठ महीने के कार्यकाल से खोजी न्यूज आपको रूबरू कराता है। महिला थाने पर पति-पत्नि के बहुत सारे विवाद चल रहे थे। पूर्व में महिला थाना प्रभारी रहते हुए निधि चौधरी ने वर्ष 2022 के अगस्त माह में 54, सितम्बर माह में 59, अक्टूबर माह में 87, नवम्बर माह में 51, दिसम्बर माह में 36, वर्ष 2023 के जनवरी माह में 42, फरवरी माह में 49 और मार्च माह के 14 दिन में 12 पत्नि-पत्नि के विवाद को निपटाकर उनका मामला सुलझाया था। महिला थाना प्रभारी निरीक्षक निधि चौधरी द्वारा की गई काउंसलिंग से हुए समझौते के बाद से पति-पत्नि फिर एक साथ रहने लगे थे।

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