खेती की जमीन पर लहलहाती मिली असलहे की फसल- संपत्ति होगी सीज
छापामार कार्यवाही करने के लिए पहुंची यूपी एटीएस एवं पुलिस की टीम को खेती की जमीन पर असलहे की फसल लहराती मिली है।
आजमगढ़। संयुक्त रूप से छापामार कार्यवाही करने के लिए पहुंची यूपी एटीएस एवं पुलिस की टीम को खेती की जमीन पर असलहे की फसल लहराती मिली है। पुलिस ने बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद करते हुए असलहे की फैक्ट्री चला रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए दोनों असलहा तस्करों के तार नेपाल, पाकिस्तान और दुबई से जुड़ा होना पाए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने असलहे की फसल उगाने वाले दोनों तस्करों के साथ समूचे गैंग की संपत्ति जब्त किए जाने की बात कही है।
दरअसल जनपद आजमगढ़ के देवारा थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव में खेती की जमीन पर असलहे की फैक्ट्री लगाकर वहां पर हथियारों का निर्माण शुरू कर दिया गया था। हथियार बनाने के लिए एक कारीगर भी रखा गया था। इलाके में बाढ़ आ जाने के बाद इस फैक्ट्री का संचालन आरोपी अपने घरों के भीतर कर रहे थे।
एसपी अनुराग आर्य ने बताया है कि उत्तर प्रदेश एटीएस एवं आजमगढ़ पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पतीसा गौसपुर के रहने वाले मैनुद्दीन पुत्र शम्मू अहमद तथा बिलरियागंज कस्बे के रहने वाले आफताब आलम पुत्र फिरोज के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और हथियार बनाने के उपकरण बरामद हुए हैं।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए दोनों तस्कर अवैध हथियारों के निर्माण और तस्करी में लिप्त थे। यह लोग काजी गन हाउस से कारतूस प्राप्त कर उनकी बिक्री का काम भी कर रहे थे।
एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि बदमाशों के साथ कोतवाली क्षेत्र के काजी गन हाउस का मालिक सैयद गाजी अरशद भी शामिल था। काजी गन हाउस के माध्यम से पूरे पूर्वांचल में हथियारों की तस्करी की जाती थी।
उन्होंने बताया है कि पूरे रैकेट को चिन्हित कर इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही करने के साथ इनकी संपत्तियों को सीज कर पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जाएगा। मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम गठित की जाएगी।