चोरी की कार में सिपाही सवार- टोल टैक्स कटा तो खुल गया राज
सिपाही ने बताया कि तकरीबन 5 महीने पहले ही उसने इस कार को खरीदा है, इसकी अभी आरसी नहीं मिली है।
सोनीपत। चोरी हुई कार में सवार होकर जा रहे सिपाही ने जब टोल प्लाजा पार किया और पहचान पत्र दिखाकर अपनी कार को वहां से निकाला तो फ्लैश हुए मैसेज के बाद कार मालिक को मामले की जानकारी हो गई। सूचना पाते ही सक्रिय हुई पुलिस ने ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके सिपाही को दबोच लिया। दरअसल हरियाणा पुलिस में तैनात झज्जर जनपद के गांव दूल्हेरा के रहने वाले सिपाही परीक्षित ने फतेहाबाद के गांव अकावली के रहने वाले मंगतराम के माध्यम से 9 लाख 20 हजार रूपये में कार खरीदी थी। गाड़ी मालिक ने कार हैंडओवर करते समय 15-20 दिन के भीतर उसकी आरसी देने की बात कही थी।
कार में सवार होकर सिपाही जब दोस्त के पास पानीपत गया तो वहां से लौटते समय मुरथल के भेदन टोल प्लाजा पर अपना पहचान पत्र दिखाकर सिपाही ने टोल प्लाजा से अपनी कार निकाल ली और टोल प्लाजा को पार करने के बाद सड़क किनारे स्थित ढाबे पर सिपाही खाना खाने के लिए रुक गया। इसी बीच सायरन बजाती हुई ढाबे पर पहुंची पुलिस की गाड़ी से उतरे पुलिस कर्मियों ने खाना खा रहे सिपाही से कार के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी। सिपाही ने बताया कि तकरीबन 5 महीने पहले ही उसने इस कार को खरीदा है। इसकी अभी आरसी नहीं मिली है।
पूछताछ कर रही पुलिस ने बताया कि इस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित डॉक्टर कल्पना रानी के पास है। डॉक्टर कल्पना रानी का नंबर भी ढाबे पर खाना खा रहे सिपाही को उपलब्ध कराया गया। जब डॉक्टर कल्पना रानी से बात की गई तो पता चला कि सिपाही की गाड़ी पर लगा रजिस्ट्रेशन नंबर उनकी कार का है। जिसका टोल टैक्स काटने का मैसेज अभी उनके पास आया है। पहले भी इस बाबत उन्हें मैसेज मिल चुके हैं। सारा मामला उजागर होने के बाद सिपाही ने कहा कि उसे पता नहीं था कि यह कार चोरी की है क्योंकि कार के इंजन एवं चेसिस नंबर बदल दिए गए थे।