अपराधियों से सांठगांठ- क्राइम ब्रांच के 7 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
अब लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।
कानपुर। एटीएम हैकरो के अलावा अपराधियों से सांठगांठ रखने के आरोपी क्राइम ब्रांच के साथ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिये जाने से भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वाले लोगों में चौतरफा हड़कंप मच गया है। लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों के स्थान पर नए पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। अब लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।
शनिवार को कानपुर में पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने एटीएम हैकरो एवं अपराधियों से सांठगांठ रखने के मामले को लेकर क्राइम ब्रांच के सात पुलिसकर्मियों को लाइन में हाजिर होने का फरमान सुना दिया है। बताया जा रहा है कि तकरीबन 2 महीने पहले एक एटीएम हैकर अमित चौहान पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। उससे की गई पूछताछ और जांच के दौरान पता चला कि हेड कांस्टेबल अमित चौधरी से पकड़े गए एटीएम हैकर की सांठगांठ थी। इसके बाद आगे की गई जांच में सामने आया कि अमित चौधरी के साथ ही क्राइम ब्रांच के सिपाही प्रबल और सिपाही राजीव यादव ने भी एटीएम हैकर को अपना संरक्षण दे दे रखा है।
मामला यहीं पर ही नहीं थमा बल्कि सर्विलांस प्रभारी दारोगा मोहम्मद आसिफ का भी अपराधियों के साथ कई जगह गठजोड़ सामने आया था। एक के बाद एक पुलिस कर्मियों का अपराधियों से गठजोड़ सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच में तैनात दारोगा शुभम यादव, हेड कांस्टेबल शमशाद अली, शिव वीर सिंह, रवि कुमार, सिपाही अंकुर भदोरिया, लाखन सिंह और देवांश सिरोही को लाइन में हाजिर होने का फरमान जारी कर दिया।
इससे पहले मोहम्मद आसिफ को निलंबित किया जा चुका है। क्राइम ब्रांच के दागी पुलिस कर्मियों की जांच का सिलसिला अभी तक जारी है।