अभिमान - DSP बेटी को देखकर इंस्पेक्टर पिता ने किया सैल्यूट
पिता और बेटी राज्य पुलिस ड्यूटी मीट में भाग लेने के दौरान रविवार को तिरुपति में "अभिमान और सम्मान के साथ" कार्यक्रम में एक दूसरे से मिले, कार्यक्रम को 'इग्नाइट' के रूप में भी जाना जाता है;
गुंटूर। पाल पोसकर कर बडे किये गये बच्चें जब पढ लिखकर कामयाबी की बुलंदियों को छूते है तो वह पिता के लिये अत्यंत ही गौरवशाली क्षण होते है और वह अंर्तमन से प्रफुल्लित होता हुआ अपना बच्चा होने पर भी उसे सम्मान देने से नही चूकता। नाम रोशन करने वाली यदि बेटी हो तो पिता का सीना गर्व से और भी अधिक चौड़ा हो जाता है। आंध्र प्रदेश पुलिस ने ऐसे ही जब बीते दिन सोमवार को ट्विटर पर एक पिता-बेटी की जोड़ी के बीच भावनात्मक बंधन की भावुक कर देने वाली तस्वीर शेयर की तो वह हाथों हाथ खूब पसंद की गई। दरअसल उस समय दोनों पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर थे, उन्हें पता नहीं था कि यह पोस्ट इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो जाएगी। आंध्र प्रदेश पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वायरल हो गई, क्योंकि नेटिजेंस ने एक गर्वशाली पिता और उनकी बेटी के बीच आपसी सम्मान और स्नेह की प्रशंसा की है, वही बेटी जो अब राज्य पुलिस में एक शीर्ष अधिकारी बन गई हैं। इस पोस्ट में सर्किल इंस्पेक्टर वाई श्याम सुंदर को अपनी बेटी, येंदलुरू जेसी प्रशांति को सलाम करते हुए दिखाया है। जेसी वर्तमान में गुंटूर जिले के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के रूप में तैनात है।
पिता और बेटी आंध्र प्रदेश राज्य पुलिस ड्यूटी मीट में भाग लेने के दौरान रविवार को तिरुपति में अभिमान और सम्मान के साथ कार्यक्रम में एक दूसरे से मिले थे। कार्यक्रम को इग्नाइट के रूप में भी जाना जाता है, जो 4 से 7 जनवरी तक आयोजित किया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, यह पहली बार था जब पिता और ड्यूटी पर एक साथ मिले थे। अपनी बेटी को देखकर जो अब गुंटूर की डीएसपी है, गर्वित पिता ने बेटी को सलाम किया। इंस्पेक्टर सुंदर अपनी बेटी को पहली बार ड्यूटी पर देख रहे थे क्योंकि बेटी 2018-बैच के भारतीय पुलिस सेवा कैडर के रूप में सफलतापूर्वक इंजीनियरिंग में स्नातक होने के बाद विभाग में शामिल हो गई।
जेसी प्रशांति ने बाद में एक इंटरव्यू में कहा कि वह अपने पिता को देखकर बहुत सहज नहीं थी बल्कि असहज थीं, जो उनके लिए एक बड़ी प्रेरणा थी। इसलिए बेटी ने भी, अपने पिता को बारी-बारी से सेल्यूट करके इशारे को दोहराया। गुंटूर डीएसपी ने कहा कि वह पुलिस विभाग में शामिल हो गई थी क्योंकि बड़े होने के दौरान उन्होने अपने पिता से मिले प्रोत्साहन और उनकी देश के प्रति अथक सेवा से मिली प्रेरणा से ही देश सेवा चुनी है।