यास तूफान ने बढ़ाई चिंता-पीएम मोदी ने बुलाई बैठक
भारत में दिनोंदिन महामारी और दैविक आपदाओं का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिसके मद्देनजर सरकार की जनता भी बढ़ रही है
नई दिल्ली। भारत में दिनोंदिन महामारी और दैविक आपदाओं का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिसके मद्देनजर सरकार की जनता भी बढ़ रही है। ऐसे में सरकार भी परेशान है और निरंतर समीक्षा कर रही है कि किस तरह इन दैविक आपदाओं और कोरोना जैसी महामारी से निपटा जा सकी।
देश में इन दिनों आंशिक लॉकडाउन चल रहा है। कामकाज पूरी तरह ठप पड़े हैं हर व्यक्ति हैरान और परेशान है। बीमारी बात की जाए तो कोई ही घर ऐसा बचा होगा जिसमें बीमारी अपने पैर न पसार रही हो। जरूरी नहीं कि उसके घर में कोरोना जैसी महामारी ही हो अपितु अन्य प्रकार की बीमारियां बुखार,खांसी जुखाम भी पैर पसार रही है। दैविक आपदाओं की बात करें तो पहले देश में ताउते तूफान ने अपना कहर बरपाया है अब अब देश में 26 मई को यास तूफान के पहुंचने की संभावना है। जिसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। यास के पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के तट से टकराने की संभावना है। तूफान के खतरे को ध्यान में रखते हुए तैयारियां तेज कर दी है। पीएम मोदी की बैठक में पहले चक्रवाती तूफान यास और उसके निपटने की तैयारी के लिए प्रबंधक समिति की बैठक हुई है।
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं। जिसमें यास तूफान को लेकर समीक्षा की जाएगी और यह तय किया जाएगा कि आने वाले तूफान के लिए हमने क्या तैयारियां की है। इस बैठक में एनएमडीए, टेलीकॉम, पावर,सिविल एविएशन, अर्थ साइंस आदि विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
इस मीटिंग के बाद यह तय हो पाएगा की आने वाले तूफान से हमें किस प्रकार से सामना करना है।