WHO ने जारी की नई गाइडलाइन
WHO ने 9 जुलाई को को इस संबंध में नई गाइडलाइंस जारी की जिसमें वायरस के हवा में फैलने से जुड़ी रिपोटो को स्वीकार किया गया
जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कुछ शर्तों के साथ यह स्वीकार कर लिया है कि कोरोना वायरस हवा में फैल सकता है। डब्ल्यूएचओ ने 9 जुलाई को को इस संबंध में नई गाइडलाइंस जारी की, जिसमें वायरस के हवा में फैलने से जुड़ी रिपोर्टों को स्वीकार किया गया है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इस संबंध में व्यापक अध्ययन की जरूरत है।
गौरतलब है कि हाल ही में कई देशों के वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि वायरस हवा में फैलता है। खासकर जब कोई संक्रमित व्यक्ति सांस छोड़ता, बात करता या खांसता है, तो वायरस हवा में फैल जाता है। डब्ल्यूएचओ लंबे समय से इस संभावना को खारिज कर रहा था कि कोरोना वायरस कुछ चिकित्सा प्रक्रियाओं को छोड़कर हवा में फैलता है, लेकिन अब उसने इसे स्वीकार कर लिया है।
डब्ल्यूएचओ ने माना कि कुछ रिपोर्टों में इंडोर एरिया जैसे कि रेस्टोरेंट, फिटनेस क्लास आदि जगहों पर संक्रमण के हवा में फैलने का दावा किया गया था, जो कि संभव है। ऐसा विशेष रूप से इंडोर स्थानों में संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक रहने से हो सकता है। हालांकि, संगठन ने यह भी कहा कि इस विषय में तत्काल गहन शोध किये जाने की जरूरत है।