श्रमदान करके ग्रामीण बनाएंगे जूनियर हाईस्कूल
सात दशक पूर्व बनाया गया जूनियर हाईस्कूल भवन जर्जर दशा में पहुंच गया है।
अमेठी। सात दशक पूर्व बनाया गया जूनियर हाईस्कूल भवन जर्जर दशा में पहुंच गया है। जिसके चलते छात्रों को खुले आसमान में पढ़ाई करने को मजबूर होना पड़ेगा। आगामी सत्र में भवन निर्माण के लिए बजट नहीं मिलने पर ग्रामीणों के साथ पूर्व छात्रों और अभिवावकों ने खुद के प्रयास से विद्यालय भवन निर्माण करने का फैसला लिया है। एसडीएम सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर विद्यालय निर्माण करने की अनुमति मांगी है।
सन 1950 में इंद्रजीत सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय भेटुआ की स्थापना की गई थी। विद्यालय भवन की स्थित जर्जर होने के कारण उक्त विद्यालय के पूर्व छात्रों ने इसे नए सिरे से बनाने का निर्णय लिया है। विद्यालय भवन का सामाजिक सहयोग से पूर्णतया नवीनीकरण करके विभाग को कक्षाओं के संचालन हेतु सौंप दिया जायेगा। नवीनीकरण कार्य मे शासन का कोई भी धन नहीं लगेगा। विद्यालय के नवीनीकरण के लिए लोगों ने डीएम, बीएसए और एसडीएम को पत्र भेजकर निर्माण करने की अनुमति मांगी है। राम अभिलाष शुक्ला, लालबहादुर, राजीव गुप्ता, संतोष कुमार, कृष्ण कुमार, पवन कुमार, आशीष शुक्ला, राजकुमार, रामनाथ, काशी तिवारी, रविकुमार, सत्यप्रकाश तिवारी, नंदकुमार, रविकुमार श्रीवास्तव, सुशील कुमार शुक्ला, वीर केशव सिंह, द्वारिका प्रसाद, शैलेन्द्र शुक्ला, कैलाश शुक्ला, बृषकेतु कुमार शुक्ला सहित तमाम लोगो ने विद्यालय निर्माण में सहयोग करने की बात कही है।
अधिवक्ता शैलेन्द्र शुक्ला ने बताया कि ब्लाक के तमाम लोगों ने जूनियर की पढ़ाई इसी विद्यालय से की है। इस विद्यालय की नीलामी लगी है। कोई नया भवन नहीं है। 114 छात्र इस विद्यालय में पंजीकृत हैं। अगले शिक्षण सत्र के लिए कोई भवन नहीं है। डीएम से मिलकर हम लोगों ने समस्या बताई तो नीलामी प्रक्रिया रोक दी गई। भवन इतना जर्जर हो गया है कि उसका नवनिर्माण अतिआवश्यक है।
हिफी