UP के लाल ने देश के लिए दी कुर्बानी- बॉर्डर पर हुआ शहीद

दुश्मन से हुई मुठभेड़ में UP का शेर चंद्रबदन कश्मीर के अखनूर सैक्टर में शहीद हो गया।

Update: 2021-02-06 14:44 GMT

महाराजगंज। दुश्मन से हुई मुठभेड़ में UP का शेर चंद्रबदन कश्मीर के अखनूर सैक्टर में शहीद हो गया। चंद्रबदन ने अपने भाई व बहन को कहा था कि वह 10 फरवरी को छुट्टी लेकर आ रहा है। पूरे परिवार में खुशी थी। किसी को नहीं पता था कि चंद्रबदन तिरंगे में लिपटकर घर वापिस आयेगा। जवान की शहादत से क्षेत्रवासियों की आंखें नम हैं। 

महाराजगंज थाना क्षेत्र के गांव सिसवनियां निवासी चंद्रबदन वर्ष 2017 में आर्मी में भर्ती हुए थे। वे सेना में सिग्नल कोर में जीडी के पद पर तैनात थे। आज भोर में कश्मीर के अखनूर सैक्टर में दुश्मनों से हुई मुठभेड़ में आर्मी के जवान चंद्रबदन शहीद हो गये। उनकी शहादत की खबर सेना ने जब ग्राम प्रधान सुदामा को दी, तो वे स्तब्ध रह गये। यह खबर जैसे ही क्षेत्र के लोगों को लगी, तो उनकी आंखें नम हो गईं। शहीद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं बेटे की शहादत पर पिता को गर्व है। शहीद के पिता का कहना है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है, यह हमारे परिवार के साथ-साथ पूरे गांव के लिए गर्व की बात है। बताया जाता है कि रविवार की सुबह शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में पहुंचेगा।

शहीद चंद्रबदन अपने परिवार में सबसे बड़े थे। उनका छोटा भाई विमल शर्मा प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटा है। वहीं बहन काजल भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है। चंद्रबदन समय-समय पर फोन पर ही अपने भाई बहन को पढ़ाई के संबंध में निर्देशित करते रहते थे। चंद्रबदन की अभी शादी भी नहीं हुई थी। उनका सपना था कि पहले वे अपने छोटे भाई बहन को कामयाब कर दें, उसके बाद अपने बारे में सोचेंगे। चंद्रबदन ने घर जाने के लिए छुट्टी मांगी थी, जो स्वीकृत हो गई थी। उन्हें 10 फरवरी को अपने घर जाना था। इसकी जानकारी उन्होंने अपने भाई-बहन को दी थी। सभी खुश थे। चंद्रबदन तो नहीं आये, उनके आने से पहले ही उनके शहादत की खबर आ गई। किसी को नहीं पता था कि चंद्रबदन तिरंगे में लिपटकर घर आयेंगे।



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