नक्सलियों के गढ़ में बिखरे देशभक्ति के रंग

नक्सल प्रभावित क्षेत्र वह इलाके हैं, जहां पुलिस भी जाने से पहले सोचती है। नक्सली इलाकों में कब कौन सी वारदात हो जाये

Update: 2021-01-27 15:19 GMT

नई दिल्ली। नक्सल प्रभावित क्षेत्र वह इलाके हैं, जहां पुलिस भी जाने से पहले सोचती है। नक्सली इलाकों में कब कौन सी वारदात हो जाये, यह किसी को नहीं पता है। अब तक न जाने कितने पुलिस और सैन्य कर्मी नक्सली हमलों में शहीद हो चुके हैं। नक्सली प्रभावित इलाके एक तरह से पुलिस व सेना के लिए बहुत बड़ी चुनौती होते हैं, जहां उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है। ऐसे क्षेत्र में अगर गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर परेड निकले, देशभक्ति के रंग बिखरें, तो यह राम राज्य की शुरूआत का प्रारम्भिक चरण है। ऐसा ही कमाल कोबरा बटालियन ने कर दिखाया है।


26 जनवरी के पावन अवसर पर पूरे देश में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। स्कूली बच्चों ने जहां एक से बढ़कर एक देशभक्तिपरक कार्यक्रम आयोजित किये, वहीं विभिन्न स्थानों पर झंडारोहण किया गया। देश की राजधानी दिल्ली में अनेक भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। परेड के दौरान जहां भारतीय आर्मी ने अपना दमखम दिखाया, वहीं एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक झांकियों ने देश की विभिन्न संस्कृतियों की झलक पेश की।

वहीं, नक्सलवादियों के गढ़ में गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिना किसी खौफ के कोबरा बटालियन की अगुवाई में प्रभात फेरी निकाली गई, जो कि बहुत ही आश्चर्य की बात है। क्योंकि इससे पहले खौफ के चलते यहां ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं होता था। गणतंत्र दिवस पर नक्सलियों के गढ़ मीनपा में कोबरा बटालियान के डिप्टी कमांडेंट रमेश यादव ने बच्चों को एक लय में तालियां बजाना सिखाया और प्रभात फेरी भी निकलवाई। क्षेत्र के लोग एक के पीछे एक क्रमबद्ध तरीके से चले और गणतंत्र दिवस की खुशियों को एक-दूसरे के साथ बांटा।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस वीडियो में सबसे आगे बच्चे तालियां बजाते हुए चल रहे हैं। उनके पीछे क्षेत्र के महिला व पुरूष अपने दुधमुंहे बच्चों को अपनी गोद में लेकर कदम ताल करते हुए चल रहे हैं। यह नये भारत की एक शुरूआत है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और भारतवासियों द्वारा काफी पसंद की जा रही है।




 


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