शरीर से कपड़े ओझल- मासूमों की भूख- बहुत कुछ बयां करती है यह तस्वीर

बहुत सारे लोग अपने नाम के साथ समाजसेवी शब्द लगाते हैं और अपनी एक संस्था बनाते हैं लेकिन वह भी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं।

Update: 2022-10-26 07:38 GMT

नई दिल्ली। चुनाव छोटा या हो बड़ा। चुनाव नजदीक आते ही लोगों को वोटरों पर ध्यान जाता है और उन्हें हर तरह का प्रलोभन दिया जाता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उक्त तस्वीर बहुत कुछ बयां कर रही है। अक्सर देशभर में ऐसे बच्चों बहुत देखने को मिलते है, जिनके तन पर कपड़ा नहीं, भूख मिटाने के लिये भोजन नहीं है तो ऐसे मासूम बच्चे क्या शिक्षा ग्रहण कर पायेंगे? नेता पक्ष का हो या विपक्ष का। पक्ष का है तो इन मासूम बच्चों की सहायत क्यों नहीं करता?। अगर नेता विपक्ष का है तो इन मासूमों के भविष्य संवारने के लिये मुद्दे क्यों नहीं उठाता? 

अक्सर देखा जाता है कि इन मासूम बच्चों की ओर कोई नहीं ध्यान नहीं देता है। सरकार द्वारा बहुत सारी योजनाएं चलाई जाती है ना तो सरकार के विधायक ही इन बच्चों के भविष्य संवारने की तरफ ध्यान देते हैं और ना ही अधिकारी। अगर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ इन्हें मिल जाये, जिससे उनके भविष्य में चांर-चांद लग जाये तो वह अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकते हैं।

बहुत सारे लोग अपने नाम के साथ समाजसेवी शब्द लगाते हैं और अपनी एक संस्था बनाते हैं लेकिन वह भी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं। बहुत कम ही नेता, अधिकारी और समाजसेवी ऐसे होते हैं, जो इन बच्चों की तरफ ध्यान देते हैं।

बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर एक फोटो शेयर किया है। इस फोटो को शेयर करते दौरान उन्होंने केप्सन में लिखा है कि मरहम लगा सको तो किसी गरीब के जख्मों पर लगा देना, हकीम बहुत हैं बाजार में अमीरों के इलाज की खातिर। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस फोटो में दिखाई दे रहा है कि पांच बच्चें एक साथ बैठे हुए है। पहले बच्चे के शरीर पर कपड़े नहीं, दूसरी बच्ची के शरीर पर कपड़े है, तीसरा बच्चे के भी कपड़े ओझल है, चौथी बच्ची के शरीर पर कपड़े हैं और चौथी बच्ची की गोद में बैठे सबसे छोटे पांचवे बच्चे के तन पर लाल रंग की शर्ट है।

एक साथ बैठे यह सभी बच्चे शायद भाई-बहन हैं। एक अखबार के चंद टुकडे पर खाना दिखाई दे रहा है और सभी बच्चों को ध्यान खाने पर है। इसी बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चों को कितनी भूख लगी होगी। अपनी बहन की गोद में बैठे सबसे छोटे भाई को पता भी नहीं है कि खाना क्या है? जो ना जाने क्या देख रहा है? यह तस्वीर बहुत कुछ बयां कर रही है। इन बच्चों में से एक बच्ची के पैरों में चप्पल दिखाई दे रही है। पांच बच्चे है लेकिन खाना चंद है। क्या यह चंद खाना बच्चों की भूख मिटा पायेगा? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस फोटो का नहीं पता है कहां का है?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस फोटो को देखकर यूजर्स कमेंट बॉक्स में टिप्पणी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि देश की असली तस्वीरे ये अर्धनग्न और भूखे बच्चे बयां कर रहे हैं। स्वामी विवेकानंद जी के अनुसार देश का एक कुत्ता भी भूखा है तो समझो समाजसेवा अधूरा है। दूसरे यूजर ने लिखा कि गरीबी की मोह बोलती दास्तां। तीसरे यूजर ने लिखा कि राज्य के नीति निर्देशक तत्व, भारत का संविधान आर्टिकल-39, राज्य अपनी ड्यूटी पूरी कर इनको गरिमायम में जीवन दे।

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