किसान आंदोलन: यूपी में सुरक्षाबलों का सख्त पहरा
जिला प्रशासन ने कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुये धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी है।
लखनऊ। किसान आंदोलन के समर्थन में उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन के मद्देनजर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किये गये हैं।
लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। कार्यालय को बैरीकेडिंग कर घेर लिया गया है। जिला प्रशासन ने कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुये धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी है।
पुलिस का कहना है कि धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जायेगी और कानून का उल्लघंन करने वालों से सख्ती से निपटा जायेगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी सोमवार को सभी जिला मुख्यालय पर धरना करेंगे। सपा के अलावा कांग्रेस,राष्ट्रीय लोकदल और आम आदमी पार्टी ने भी किसानों की भूख हड़ताल काे अपना समर्थन देते हुये धरना प्रदर्शन का एलान किया है।
उधर, किसानो ने रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के आवास के घेराव करने की चेतावनी दी है। इसके मद्देनजर श्री सिंह के दिलकुशा स्थित आवास के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। किसान इसके अलावा मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर के आवास के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
फिरोजाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार किसान आंदोलन के समर्थन में सपा कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर धरना दिया और सरकार विरोधी नारेबाजी की। पुलिस ने 60 से अधिक सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। सिविल लाइन के बाहर बैठे सपा नेताओं को पुलिस ने जबरन हटा दिया। कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात की गयी है।
उधर, गोरखपुर में नगर निगम परिसर में सपा के प्रदर्शन करने से पहले ही पुलिस ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। जौनपुर में सपा सरकार में मंत्री रहे जगदीश नारायण राय समेत पार्टी के अन्य नेताओं और पदाधिकारियों के घर के बाहर पुलिस का पहरा बैठा दिया है। जिले के जफराबाद विधानसभा क्षेत्र में किसान यात्रा के मद्देनजर भारी पुलिस बल सुबह से ही सपा के कद्दावर नेता के घर के बाहर तैनात कर दिया गया है। जिले में घरों के अंदर मौजूद सपा नेताओं पर बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है।