ई-फाइलिंग पोर्टल में आया स्थायित्व : आयकर विभाग
विभाग ने आज यहां जारी बयान में कहा कि 13 अक्टूबर तक 13.44 करोड़ से ज्यादा करदाताओं ने लॉग इन किया है
नई दिल्ली। आयकर विभाग के नये ई-फाइलिंग पोर्टल में अब लगभग स्थायित्व आने का हवाला देते हुये करदाताओं से आंकलन वर्ष 2021-22 के लिए रिटर्न दाखिल करने की आज अपील की और कहा कि 13 अक्टूबर तक आयकर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या 2 करोड़ से ज्यादा हो गई है। अभी सिर्फ आईटीआर एक और चार को प्रोसेस किया गया है तथा आईटीआर 2 और 3 की प्रोसेसिंग जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
नया पोर्टल 7 जून, 2021 को लॉन्च किया गया था और शुरुआत में करदाताओं ने पोर्टल के कामकाज में गड़बड़ियों और मुश्किलों की शिकायतें की थी। तब से कई तकनीक दिक्कतों का समाधान किया जा चुका है और पोर्टल के प्रदर्शन में लगभग स्थायित्व आ चुका है।
विभाग ने आज यहां जारी बयान में कहा कि 13 अक्टूबर तक 13.44 करोड़ से ज्यादा करदाताओं ने लॉग इन किया है। लगभग 54.70 लाख करदाताओं ने अपने पासवर्ड हासिल करने के लिए 'फॉरगेट पासवर्ड' सुविधा का लाभ उठाया है।
सभी आयकर रिटर्न ई-फाइलिंग के लिए उपलब्ध करा दिए गए हैं। आकलन वर्ष 2021-22 के लिए पोर्टल पर 2 करोड़ से ज्यादा आईटीआर फाइल किए जा चुके हैं, जिसमें आईटीआर 1 और 4 का 86 प्रतिशत योगदान है।
उसने कहा कि दाखिल किये गये आयकर रिटर्न में से 1.70 करोड़ से ज्यादा रिटर्न ई-सत्यापित किए जा चुके हैं, जिनमें से 1.49 करोड़ को आधार आधारित ओटीपी के माध्यम से किए गए हैं। विभाग के लिए आईटीआर की प्रक्रिया शुरू करने और रिफंड, यदि कोई हो, जारी करने के लिए आधार ओटीपी और अन्य तरीकों के माध्यम से ई-सत्यापन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है। सत्यापित आईटीआर 1 और 4 में से 1.06 करोड़ आईटीआर प्रोसेस कर दिए गए हैं और आकलन वर्ष 2021-22 के लिए 36.22 लाख रिफंड जारी कर दिए गए हैं।
अप्रवासियों के डिजिटल सिग्नेचर (डीएससी) का पंजीकरण संभव हो गया है और कुल 4.87 डीएससी पंजीकरण हो गए हैं। डीएससी पंजीकरण की सरल प्रक्रिया में एक व्यक्ति को एक बार में सिर्फ अपनी डीएससी पंजीकृत कराना होता है और वह इसे उस हर इकाई में उपयोग कर सकता है, जहां वह एक साझीदार, निदेशक आदि है और किसी भी इकाई या भूमिका के लिए उसे पुनः पंजीकरण नहीं करना होता है।
13 अक्टूबर तक 9.08 लाख टीडीएस स्टेटमेंट, ट्रस्ट/संस्थानों के पंजीकरण के लिए 1.29 लाख प्रपत्र 10ए, वेतन के एरियर के लिए 1.98 लाख प्रपत्र 10 ई, अपील फाइल करने से जुड़े 23,920 प्रपत्र 35 और 22,075 डीटीवीएसवी प्रपत्र सहित 15.72 लाख से ज्यादा वैधानिक प्रपत्र जमा किए जा चुके हैं। करदाताओं से मिले फीडबैक की प्रतिक्रिया में, विदेशी प्रेषण के लिए आवश्यक 15सीए और 15सीबी प्रपत्र जमा करने की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। 21.40 लाख से ज्यादा ई-पैन मुफ्त में ऑनलाइन आवंटित किए गए हैं। पंजीकरण और अनुपालन के लिए कानूनी वारिस संबंधी कार्य को संभव बना दिया गया है।
इसके अलावा, आकलन और स्थगन की मांग या नियुक्ति और अधिकृत प्रतिनिधियों द्वारा फाइलिंग के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित अन्य कार्यक्षमताओं के साथ ई-प्रोसीडिंग और फेसलेस प्रोसीडिंग को संभव बना दिया गया है। करदाता फेसलेस असेसमेंट/अपील/जुर्माना कार्रवाई के तहत विभाग द्वारा जारी 12.20 लाख नोटिस देखने में सक्षम हो गए हैं, जिसमें से 6.24 लाख प्रतिक्रिया जमा कर दी गई हैं।
विभाग सभी करदाताओं से टीडीएस और कर भुगतान की शुद्धता को सत्यापित करने और आईटीआर की प्री-फाइलिंग का लाभ लेने के लिए ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से अपने प्रपत्र 26एएस को देखने का अनुरोध किया है। उन सभी करदाताओं से जल्द से जल्द आंकलन वर्ष 2021-22 के लिए अपने रिटर्न जमा करने की अपील की गयी है जिन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है।
वार्ता