पिता के तबेले में हाथ बंटाते सोनल बन गयी जज

वह तबेले में गाय का गोबर उठाना, दूध निकालना और तबेले की साफ सफाई करने का कार्य कर अपने पिता की मदद करती थी।

Update: 2021-01-04 00:00 GMT

उदयपुर। मुश्किल परिस्थितियों में भी यदि हिम्मत नहीं हारी जाये तो सफलता जरूर कदम चूमती है। उदयपुर की 26 वर्षीय बेटी सोनल शर्मा ने भी ऐसा ही कारनामा करके दिखाया है जिससे अब सभी उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। सोनल शर्मा ने मुश्किल वक्त में थकने के बजाय मुसीबतों का सामना किया और आज सभी के सामने एक मिसाल पेश की है। हाल ही में आये राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा के परिणामों में सोनल शर्मा ने सफलता हासिल की है। अब वे जज बनेंगी।

सोनल शर्मा उदयपुर के प्रतापनगर इलाके की रहने वाली हैं। अपने पिता का हाथ बंटाने के लिये सोनल अधिकांश समय गाय के तबेले में काम करते हुए बिताती हैं। यहीं नहीं सोनल शर्मा ने कई बार अपनी पढ़ाई भी इसी तबेले में खाली पीपों की टेबल बनाकर की थी। सोनल ने होश संभालने के साथ ही गाय के तबेले में पिता का हाथ बंटाना शुरू कर दिया था। वह तबेले में गाय का गोबर उठाना, दूध निकालना और तबेले की साफ सफाई करने का कार्य कर अपने पिता की मदद करती थी। जीवन में किसी तरह की मुश्किलों से नहीं घबराना भी सोनल ने अपने पिता से ही सीखा। सोनल शर्मा ने दूसरी बार में यह सफलता हासिल की है। पहली बार में वह महज तीन अंकों से सफल होने से रह गई थीं। लेकिन सोनल निराश नहीं हुई और उसने मेहनत जारी रखी।

इस बार सोनल ने अपनी मेहनत इतनी खमोशी के साथ की कि उसकी सफलता ने शोर मचा दिया। पारिवारिक स्थिति कमजोर होने के चलते सोनल शर्मा कोचिंग भी नहीं कर पाई थी। इसीलिये उसने पढ़ाई अपने घर पर ही करने का मन बनाया। सोनल के पिता ख्यालीलाल का मानना है कि घर में गायों की सेवा करने का फल सोनल को मिला है। सोनल की मां जशोदा चाहती हैं कि अब उनकी बेटी ईमानदारी के साभ पीड़ित व्यक्तियों को न्याय दिलाये।

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