इतने लाख बच्चो ने दी UPTET परीक्षा
(यूपीटीईटी) रविवार को दो पालियों में निर्विघ्न सम्पन्न हो गयी। परीक्षा में 18 लाख 22 हजार 112 अभ्यर्थियों ने भाग लिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) रविवार को दो पालियों में निर्विघ्न सम्पन्न हो गयी। परीक्षा में 18 लाख 22 हजार 112 अभ्यर्थियों ने भाग लिया।
पिछले महीने पेपर लीक होने के कारण यूपीटीईटी परीक्षा निरस्त कर दी गयी थी। दूसरी बार नये सिरे से आयोजित की गयी परीक्षा के लिये सरकार ने पुख्ता इंतजाम किये थे। दोबारा परीक्षा में शामिल होने के लिये अन्य जिलों से आने वाले अभ्यर्थियों को मुफ्त बस सेवा की सुविधा दी गयी थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा के सफल आयोजन के लिये सभी अभ्यर्थियों,केन्द्र व्यवस्थापकों,कक्ष निरीक्षकों, पर्यवेक्षकों समेत परीक्षा के आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि कोरोना कालखण्ड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में परीक्षा का सफल आयोजन एक उपलब्धि है।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपीटीईटी परीक्षा को में परीक्षार्थियों के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार का आरोप लगाते हुये चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी। अखिलेश ने ट्वीट किया " यूपीटीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों के साथ हुए अन्याय में सपा साथ खड़ी है।
युवाओं का अनादर भाजपा को बहुत महँगा पड़ेगा। संवेदनहीन भाजपा को यही अभ्यर्थी हर बूथ पर वोटों के लिए तरसा देंगे। 'युवा' कहे आज का नहीं चाहिए भाजपा।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा " भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के चलते एक बार टेट का पेपर लीक हुआ और आज दुबारा परीक्षार्थियों को पेपर देने आना पड़ा। आज कई जगह परीक्षार्थियों को टेट की परीक्षा देने से वंचित किया गया, जोकि सरासर अन्याय है। सरकार तुरंत संज्ञान लेते हुए सभी परीक्षार्थी परीक्षा दे सकें, सुनिश्चित कराए।"
इस बीच परीक्षा शुरू होते ही सोशल मीडिया में एक बार फिर प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह ने परीक्षार्थियों के अभिभावकों को सकते में डाल दिया हालांकि आयोजकों ने इसे अफवाह करार देते हुये शरारती तत्वाें के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने का भरोसा दिया।
गौरतलब है कि आज संपन्न परीक्षा में प्राथमिक स्तर के लिये दो हजार 532 परीक्षा केन्द्र एवं उच्च प्राथमिक स्तर के लिये 1733 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। परीक्षा के प्राथमिक स्तर में कुल 10,73,302 अभ्यर्थियों तथा उच्च प्राथमिक स्तर में कुल 7,48,810 अभ्यर्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। दोनों पालियों की परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिये प्रदेश में लगभग 1,62,511 कक्ष निरीक्षक, 8,530 पर्यवेक्षक, 1,423 सचल दल तथा सहयोग के लिये 5,814 तृतीय श्रेणी एवं लगभग 14,059 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की मदद ली गयी।
वार्ता