गुड़ की कैंडी बनाना सीख अनीता ने दिया 12 महिलाओं को रोजगार
अनीता गुड़ की कैंडी तैयार कर आत्मनिर्भर बन गई हैं और गांव की 12 और महिलाओं को इसे बनाने का गुर सिखाकर उन्हें रोजगार से जोड़ दिया।
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के ग्राम विशुनपुरा बुजुर्ग की अनीता गुड़ की कैंडी तैयार कर आत्मनिर्भर बन गई हैं और गांव की 12 और महिलाओं को इसे बनाने का गुर सिखाकर उन्हें रोजगार से जोड़ दिया है।
गुड़ की कैंडी बनाने से जुड़ी ये महिलाएं पहले दूसरों के खेतों में मजदूरी करती थीं मगर अब गुड़ कैंडी बेचकर परिवार का खर्च चला रही है। छह माह पूर्व गांव के सचिव से अनीता को जानकारी मिली थी कि महिलाओं को एनआरएलएम से सहायता के रूप में धनराशि मिल रही है जिससे वह रोजगार कर सकती हैं।
अनीता ने गुड़ की कैंडी तैयार करने में आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किया। एनआरएलएम से कुछ मदद मिलने के बाद अनीता ने महिला स्वयं सहायता समूह का गठन किया। उसके बाद अनीता ने समूह में 12 और महिलाओं को जोड़कर समूह का एक खाता खोला। छह माह के भीतर उसमें समूह के सदस्य 50 रुपये महीना के हिसाब से रकम जमा करने लगे। अनीता ने बाद में पति के सहयोग से कुछ पूंजी लगाकर गुड़ की कैंडी बनाने का काम शुरू किया। इस काम में समूह की 12 सदस्यों को जोड़कर गुड़ की कैंडी बनाना सिखाकर उन्हें भी रोजगार दिया।
वार्ता