रात को नहीं निकल सकेंगे बाहर- दिल्ली के बाद गाजियाबाद में रात का कर्फ्यू
समाचार पत्रों के वितरण पर कोई पाबंदी लागू नहीं की गई है। डीएम अजय शंकर पांडे ने जनपद के भीतर गहन निगरानी किए जाने के आदेश दिए हैं।
गाजियाबाद। देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में खतरनाक रूख अख्तियार करती कोरोना की दूसरी लहर के चलते कोविड-19 के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए गाजियाबाद के डीएम डॉ अजय शंकर पांडे ने बृहस्पतिवार को तत्काल प्रभाव से रात 10.00 बजे से लेकर सवेरे 5.00 बजे तक के लिए 7 घंटे का लगाने का ऐलान कर दिया है।
बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए आदेशों के अनुसार क्षेत्र में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए डॉ. अजय शंकर पांडे द्वारा तत्काल प्रभाव से आज रात 10.00 बजे से लेकर सवेरे 5.00 बजे तक के लिए 7 घंटे तक रात का कर्फ्यू लागू करने का ऐलान किया गया है। कंटेनमेंट और रेड जोन के लिए भी अब नई व्यवस्थाएं लागू कर दी गई है। नये नियमों के तहत सभी पार्क, सामुदायिक केंद्र और जिम भी एक बार फिर से बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही घरों में काम करने के लिए नौकरानी भी नहीं बुलाई जा सकेगी। हालांकि समाचार पत्रों के वितरण पर कोई पाबंदी लागू नहीं की गई है। डीएम अजय शंकर पांडे ने जनपद के भीतर गहन निगरानी किए जाने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि जनपद गाजियाबाद में बृहस्पतिवार को कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर एक मरीज की मौत हो गई है। वैशाली सेक्टर- 5 में रहने वाली 82 साल की बुजुर्ग महिला को 28 मार्च को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। 29 मार्च को वृद्धा को संतोष अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जिले में अब तक कुल 103 लोग कोरोना की चपेट में आकर अपनी जान गवा चुके हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पहले की तरह इस बार फिर से प्राइवेट अस्पतालों में बेड रिजर्व करने के आदेश दिए गए हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह सभी अस्पतालों में समन्वय स्थापित करें। जिलाधिकारी डा.अजय शंकर पांडेय ने कहा कि पूर्व में निजि अस्पतालों की कोरोना के मरीजों के इलाज में अहम भूमिका रही है। पहले संकट से उबरने में प्राइवेट अस्पतालों ने प्रशासन के साथ मिलकर काम किया था।