उप्र में पूर्वांचल की प्रमुख नदियां उफान पर - कई जिले बाढ़ से प्रभावित
प्रदेश में एक जून से अब तक 601.7 मिमी औसत बारिश हुई, जो सामान्य से 658.3 मिमी के सापेक्ष 91 प्रतिशत है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल की प्रमुख नदियाें का जलस्तर खतरे से ऊपर है और इसी कारण गोरखपुर, बलिया, सिद्धार्थनगर समेत कई जिलों के बाढ़ से प्रभावित हैं।
राज्य के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने रविवार शाम यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 24 घंटे में में 3.5 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य से 7.1 मिमी के सापेक्ष 49 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में एक जून से अब तक 601.7 मिमी औसत बारिश हुई, जो सामान्य से 658.3 मिमी के सापेक्ष 91 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि शारदा-खीरी, घाघरा-अयोध्या, बलिया, राप्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, बूढ़ी राप्ती-सिद्धार्थनगर, कुनहरा-सिद्धार्थनगर, रोहिन- महाराजगंज तथा क्वानों नदी का जलस्तर गोण्डा व बस्ती में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जिलो में राहत एवं बचाव के एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की 66 टीमें तैनात की गयी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 6,425 नावें बाढ़ लगायी गयी हैं तथा 1,027 मेडिकल टीमें लगायी गयी हैं। बचाव दलों ने अभी तक 38,001 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।
रणवीर प्रसाद ने बताया कि 24 घंटे में 19177 राशन किट प्रभावित इलाकों में वितरित कराई हैं। अभी तक प्रभावित लोगों को 148,526 ड्राई राशन किट वितरित किए गये हैं। इस बीच 14,671 लंच पैकेट और फूड पैकेट वितरित कराये। प्रभावित इलाकों में कुल 4,53,928 फूड पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। पीने के लिए 13,7,998 लीटर पानी के पाउच का वितरण किये गये।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में बाढ़ प्रभावित जिलों में 1,134 बाढ़ शरणालय तथा 1321 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। प्रदेश में अब तक 1,387 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि खोज एवं बचाव कार्य में 371 मोटर बोट तथा 166 वाहन लगाये गये हैं। बाढ़ ग्रसित लोगों के बचाव के लिए अब तक 1,37,005.77 मीटर त्रिपाल का वितरण किया गया है। साथ ही लोगों को 1,70,989 ओआरएस के पैकेट तथा 21,21,310 क्लोरीन टेबलेट का भी वितरण किया गया है।
वार्ता