महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड- घरेलू वस्तुओं के दामों में हुई वृद्धि
बाजारों में वस्तु के मूल्य पर बात की जाए तो सरसों का तेल दोहरे शतक नजदीक पहुंच चुका है। वही दालों के दामों में भी निरंतर वृद्धि जारी है।
नई दिल्ली। कोरोना काल में महंगाई अपने उच्चतम स्कोर तक पहुंच गई है। महंगाई का आलम यह है कि कुछ वस्तुओ का मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना हो गया है। मानो बढ़ती महंगाई पर किसी का नियंत्रण ही न रहा हो। बाजारों में वस्तु के मूल्य पर बात की जाए तो सरसों का तेल दोहरे शतक नजदीक पहुंच चुका है। वही दालों के दामों में भी निरंतर वृद्धि जारी है। कुछ घरेलू वस्तुओं के दामो में भी तेजी से वृद्धि हो रही है।
कोविड-19 और विनिर्मित वस्तुओं की कीमत में तेजी से थोक महंगाई पर आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल में 10.49 फीसदी के अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। बात अगर लो बेस इफेक्ट की करे तो यह भी अप्रैल में देखने को मिला है।
Wholesale price-based inflation hits all-time high of 10.49 pc in April, against 7.39 pc in March: Govt data
— Press Trust of India (@PTI_News) May 17, 2021
इसी साल मार्च में थोक महंगाई दर 7.39 फीसदी रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अप्रैल 2021 में डब्लूपीआई पर आधारित महंगाई दर साल आधार पर 10.49 फीसदी रही। बढ़ती महंगाई को लेकर मंत्रालय ने कहा है कि पिछले साल के अप्रैल माह की तुलना में इस साल क्रूड पैट्रोलियम मिनरल ऑयल पेट्रोल-डीजल इत्यादि मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट की कीमतों में तेजी से मुख्य रूप से अप्रैल 2021 सालाना पर महंगाई दर ऊंची रही है।