हल्द्वानी हिंसा की होगी जांच- वीडियो CCTV से उपद्रवियों की तलाश
मंडला आयुक्त दीपक रावत मजिस्ट्रियल जांच शुरू करते हुए 15 दिनों के भीतर शासन को अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे।
हल्द्वानी। बनभूलपुरा इलाके में हुई हिंसा की घटना की मजिस्ट्रियल जांच की जाएगी। कुमायूं आयुक्त को बनभूलपुरा के कई इलाकों में हुई हिंसात्मक घटना की मजिस्ट्रियल जांच के लिए मजिस्ट्रेट नामित करते हुए 15 दिनों के भीतर मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
शनिवार को उत्तराखंड शासन की ओर से हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हुई हिंसा की घटना की मजिस्ट्रियल जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। कुमायूं आयुक्त दीपक रावत को जांच अधिकारी नामित करते हुए थाना बनभूलपुरा, हल्द्वानी और उसके निकटवर्ती इलाकों में हुई हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच के लिए कहा गया है।
राज्य सरकार के मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के निर्देश पर मंडला आयुक्त दीपक रावत मजिस्ट्रियल जांच शुरू करते हुए 15 दिनों के भीतर शासन को अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे।
उधर बनभूलपुरा इलाके में हुई हिंसा के मामले को लेकर पुलिस द्वारा एसएचओ मुखानी, सहायक नगर आयुक्त एवं एसएचओ बनभूलपुरा की तहरीर पर 18 नामजद समेत 5000 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस वीडियो, सीसीटीवी फुटेज एवं फोटो के माध्यम से उपद्रवियों की तलाश कर रही है जिन पर बड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इससे पहले मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साथ जीपी अभिनव कुमार ने शुक्रवार को बनभूलपुरा थाने का निरीक्षण करने के दौरान कहा था कि जिस सुनियोजित तरीके से आग लगाकर थाने को फूंका गया है और बड़ी संख्या में वाहन जलाए गए हैं तथा पुलिस के ऊपर पथराव किया गया है उससे पूरी तरह साफ हो गया है कि बनभूलपुरा हिंसा के पीछे बड़ी साजिश रची गई है। जीपी अभिनव कुमार का कहना है कि उपद्रवियों को किसी भी दशा में बक्सा नहीं जाएगा और पुलिस चुन चुन कर उनके खिलाफ यूएपीए तथा एनएसए के तहत कार्यवाही करेगी।