केंद्रीय बलों और थानेदार पर जानलेवा हमला ममता की हताशा का संकेत
आयोग की ओर से निष्पक्ष चुनाव के लिए तैनात केंद्रीय बलों को गुंडा बताकर उन पर हमले के लिए उकसाने के कारण कूचबिहार की घटना
पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों और बिहार के थानेदार पर जानलेवा हमला वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हताशा का संकेत है।
सुशील कुमार मोदी ने रविवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि पश्चिम बंगाल में अपराधियों-घुसपैठियों को संरक्षण देने वाली सुश्री ममता बनर्जी के इशारे पर विधानसभा के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूच बिहार जिले में सुरक्षाबलों पर तृणमूल समर्थकों की हिंसक भीड़ का हमला और राज्य के ही उत्तर दिनाजपुर में बिहार के थानेदार की हत्या सत्तारूढ़ दल की हताशा जाहिर करता है। उन्होंने आगे कहा, "ममता दीदी चुनाव आयोग पर अमर्यादित टिप्पणी कर चुकी हैं। आयोग की ओर से निष्पक्ष चुनाव के लिए तैनात केंद्रीय बलों को गुंडा बताकर उन पर हमले के लिए उकसाने के कारण कूचबिहार की घटना हुई। "
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य श्री मोदी ने कहा कि चुनाव आयोग, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और केंद्रीय बलों के विरुद्ध जिस सुश्री ममता बनर्जी का रवैया संविधान की संघीय व्यवस्था पर चोट है, उसी के पक्ष में खड़ा होकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव लोकतंत्र के रक्षक बनने का ढोंग करते हैं।
सुशील कुमार मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैलियों और रोड-शो में उमड़े जन समर्थन के बाद तृणमूल के रणनीतिकारों ने भी स्वीकार कर लिया कि बंगाल में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। बंगाल को सोनार बांग्ला बनाने वाला असल परिवर्तन तय है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य में बदलाव होने से बिहार के विकास में मदद मिलेगी और बिहारी मूल के लाखों लोगों को वहां रोजगार के नये अवसर मिलेंगे।
वार्ता