दिवंगत पति की याद में बेटी का नाम रखा 'ANNIE'
पत्नी ने अपने दिवंगत पति की इच्छा को सुनहरी यादें बनाने के लिए बेटी का नाम ‘ऐनी’ रखकर उनको श्रद्धांजलि दी।
नई दिल्ली। कोरोना का सबसे पहले शिकार होने वाले दिल्ली पुलिस के कांस्टेबिल अमित राणा के घर बिटिया ने जन्म लिया है। पत्नी ने अपने दिवंगत पति की इच्छा को सुनहरी यादें बनाने के लिए बेटी का नाम 'ऐनी' रखकर उनको श्रद्धांजलि दी।
दिल्ली पुलिस के 31 वर्षीय कांस्टेबिल अमित राणा बिल्कुल स्वस्थ थे, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि कोरोना ने उनके शरीर को अपनी चपेट में ले लिया है। अचानक ही उनकी तबियत बिगड़ी थी और विगत 7 मई 2020 को उनकी मौत हो गई थी। कोरोना का शिकार बनने वाले अमित राणा दिल्ली पुलिस के पहले सिपाही थे। उनकी मौत से पुलिस महमके में शोक छा गया था।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने स्वयं ट्वीट कर कहा था कि कोरोना से लड़ाई लड़ने वाले हमने अपने एक योद्धा को खो दिया। अमित का बलिदान याद रखा जाएगा। हम मांग करते हैं कि दिल्ली सरकार मुआवजे के तौर पर अमित के परिवार को एक करोड़ रुपये दे और सरकार ने भी उनकी मांग को मान लिया था।
मूल रूप से सोनीपत के रहने वाले अमित शादीशुदा थे और उनका 3 साल का बेटा भी है। उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी व बेटा भी कोरोना पाॅजिटव पाये गये थे, जो उपचार के अब अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अमित राणा की कर्तव्यनिष्ठा को सैल्यूट करते हुए पीड़ित परिजनों को 1 करोड़ रुपये देने का वादा किया था।
विगत 15 जनवरी 2021 को अमित की पत्नी ने बालिका को जन्म दिया है। सबसे खास बात यह है कि अमित की मौत के 13 वें दिन अमित की पत्नी को पता चला था कि वे गर्भवती हैं। अमित का सपना था कि यदि उनके यहां बेटी होती है, तो उसका नाम वे 'ऐनी' रखेंगे। उनकी पत्नी ने अपने पति की यादों को सुनहरी यादें बनाने के लिए बिटिया का नाम 'ऐनी' रखा है।
वहीं सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अमित की मौत के बाद पीड़ित परिजनों को जो 1 करोड़ रुपये की धनराशि देने की घोषणा की थी, वह अभी तक परिजनों को नहीं मिल पाई है। परिजन अभी तक उक्त धनराशि की इंतजार कर रहे हैं। ऐसे कर्तव्यनिष्ठ सिपाही जिसने अपनी फर्ज की राह पर अपनी जिंदगी तक कुर्बान कर दी। उनके परिजनों को जल्द से जल्द धनराशि दी जानी चाहिए, जिससे कि उन्हें कुछ सहारा लग सके।