PM जल जीवन मिशन की गजब कहानी- पता नहीं पीने को कब मिलेगा स्वच्छ पानी
प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के अंतर्गत 2024 तक भी पानी की टोटियों से स्वच्छ जल पीने का सपना साकार होता नजर नहीं आ रहा है।
नौरोजाबाद। उमरिया जनपद के नौरोजाबाद नगर में पालिका परिषद की ओर से प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के अंतर्गत अगले वर्ष 2024 तक भी पानी की टोटियों से साफ और स्वच्छ जल पीने का सपना साकार होता नजर नहीं आ रहा है। कछुआ गति से एवं मानकों के विपरीत ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे ओवरहेड टैंक के निर्माण और पाइपलाइन बिछाने के काम की रफ्तार को देखते हुए लोगों को जल्दी पानी मयस्सर होता नहीं दिख रहा है। ऊपर से जगह-जगह खोदे गए गड्ढे लोगों की जान के दुश्मन बन रहे हैं।
दरअसल नगर परिषद द्वारा नौरोजाबाद इलाके में प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के अंतर्गत पानी की टंकी का निर्माण करने के अलावा पाइपलाइन बिछाने का काम कराया जा रहा है। नगर परिषद के ठेकेदार द्वारा पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क के किनारे गड्ढे खोदे गए हैं तथा पाईप लाइन बिछाकर गड्ढे के आसपास मिट्टी फीलिंग करना भूल गए हैं। सूत्रों की माने तो नौरोजाबाद नगर परिषद के वार्ड नंबर तीन की पाइप लाइन बिछाने में पहले 250 mm के पाईप का उपयोग ठेकेदार द्वारा किया गया। परंतु बाद में सरकारी पैसे की बंदरबांट के लिए ठेकेदार के द्वारा 250 mm की पाईप निकालकर 150 mm की पाईप बिछाई गई।
ज़ब इस संबंध में हमने इंजीनियर से बात करनी चाही तो वे हमारे सवालों के जवाब देने से बचते नजर आए। नगर परिषद नौरोजाबाद के वार्ड नंबर 3,7 एवं 14 में वर्षों से चल रहा टंकी निर्माण का कार्य तथा नगर परिषद नौरोजाबाद के सभी वार्डो मे पाइप लाइन बिछाने का कार्य ठेकेदार की उदासीनता के कारण आज तक पूरा नहीं किया गया है। पाइप लाइन बिछाने में ठेकेदारों के द्वारा जिन पाइपों का उपयोग किया जा रहा है वह भी सरकार के मानक के अनुरूप नहीं है तथा पानी टंकी का निर्माण भी ठेकेदारों के द्वारा गुणवत्ता विहीन कराया जा रहा है। नौरोजाबाद नगर परिषद के ठेकेदार के द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत नगर परिषद के प्रत्येक वार्डो में काम करने के लिए जिस ठेकेदार कों ठेका दिया गया है, उसके उदासीन रवैये के कारण आज तक काम पूरा नहीं हुआ है। सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन अंतर्गत 2024 तक़ हर घर में नल की टोटी से पानी मिलने के मिशन संबंधित ठेकेदारों के द्वारा पालीता लगाया जा रहा है।
रिपोर्ट-चंदन श्रीवास मध्य प्रदेश