...और जब बाईक ने खुद को चढ़ा लिया सूली पर
पेट्रोल की कीमतों से परेशान हुई बाईक ने खुद को सूली पर चढ़ा लिया और पेड़ पर फंदा डालकर उस पर झूल गई।
नई दिल्ली। डीजल पेट्रोल की रोजाना बढ़ती कीमतों के साइड इफेक्ट अब सामने आने लगे हैं। आए दिन बढ़ रही पेट्रोल की कीमतों से परेशान हुई बाईक ने खुद को सूली पर चढ़ा लिया और पेड़ पर फंदा डालकर उस पर झूल गई।
आज तक इंसान को ही विभिन्न कारणों से परेशान होकर आत्महत्या करते हुए देखा और सुना गया है। लेकिन रोजाना सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रही डीजल-पेट्रोल की कीमतों से परेशान होकर जब मालिक ने अपनी जिंदगी बनी बाईक को घर पर एक कोने में खड़ा कर दिया तो आत्मग्लानि में बुरी तरह से डूबी बाईक ने मालिक के उपेक्षापूर्ण रवैये आहत होकर अपनी जीवनलीला को ही समाप्त करने का फैसला लिया। बाईक ने किसी तरह कहीं से एक रस्सी का बंदोबस्त किया और उसे पेड़ पर लटका लिया। बाईक की गतिविधियां यही पर नही थमी, बल्कि बाईक ने रस्सी के फंदे को अपने गले में डाला और उसके ऊपर झूलकर खुदकुशी कर ली।
दरअसल सोशल मीडिया पर आजकल एक फोटो व वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक बाईक पेड़ पर रस्सी के सहारे लटकी हुई है। माना जा सकता है कि निश्चित ही किसी ने यह हंसी ठिठोली के तहत रोजाना बढ़ रहे डीजल-पेट्रोल के दामों से परेशान होकर अपना कटाक्ष और रोष जाहिर करने के लिए यह सब अंजाम दिया होगा। लेकिन इस तस्वीर के सहारे लोगों के भीतर के मर्म को आसानी के साथ समझा जा सकता है कि वह रोजाना बढ़ रही डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की रोजाना बढती कीमतों से बुरी तरह से परेशान हैं और घर के बढ़ते खर्चे से सामजस्य बिठाने में अपने आप को असहाय पा रहे हैं। गौरतलब है कि मौजूदा समय में डीजल-पैट्रोल की कीमतें रोजाना बढ रही है। देश के कई भागों मंे पैट्रोल की कीमत सौ रूपये प्रति लीटर से भी ऊपर जा पहुंची है। हाॅल ही में देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण लाॅकडाऊन लगा था। जिसमंे लोगों के कामधंधे पूरी तरह से ठप्प हो गये थे। कोरोना के कारण लगे लाॅकडाऊन की मार से लोग अभी तक भी उबर नही पायें है। ऐसे हालातों के बीच रोजाना बढ रही डीजल-पैट्रोल और रसोई गैस की बढती कीमतों ने लोगों को भीतर तक बुरी तरह से झकझोरकर रख दिया है।