संकट से निपटने के लिए भारत ने मॉरीशस को भेजी मदद, निभाई दोस्‍ती

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, पॉलिसी एट वर्क।

Update: 2020-08-18 14:02 GMT

नई दिल्ली विदेश मंत्रालय ने बताया कि तेल रिसाव से निपटने के लिए मॉरीशस के लिए भारत ने भारतीय वायु सेना के जहाज में 30 टन से अधिक तकनीकी उपकरण और सामग्री भेजी है। उपकरण भारतीय तटरक्षक बल द्वारा प्रदान किए गए है। 7 अगस्त को मॉरीशस तट पर एक जापानी बल्क कैरियर में सैकड़ों टन तेल का रिसाव हो गया, जिससे जहाज दो हिस्सों में टूट गया। इसके बाद मॉरीशस ने हिंद महासागर द्वीप में 'पर्यावरणीय आपातकाल' की घोषणा की थी।

भारतीय वायुसेना का जहाज़ 10,000 उच्च क्षमता वाले तेल शोषक पैड भी ले गया है जो विशेष रूप से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा सप्लाई किया जाता है। विशेष तौर से तेल रिसाव से निपटने के लिए प्रशिक्षित भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के 10 सदस्यीय तकनीकी दल को भी सामग्री सहायता के साथ मॉरीशस रवाना किया गया है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, पॉलिसी एट वर्क। रोकथाम और निस्तारण कार्यों में मॉरीशस की सहायता करने के लिए, IAF विमान 30 टन विशेष उपकरणों और 10-सदस्यीय तकनीकी प्रतिक्रिया टीम के साथ लैंड किया।

मॉरीशस नेशनल क्राइसिस कमेटी का मानना है कि लगभग 90 टन ईंधन अब भी जहाज में है। रिसाव बंद करने की कोशिशें जारी हैं। कमेटी ने बताया कि वह 'मालिक और बीमा कर्ता' से रिसाव के लिए मुआवजे की मांग करेंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनॉथ के अनुसार, जहाज के तेल टैंक से 4,000 टन तेल में से 3,000 को बाहर निकाला गया है।

Tags:    

Similar News