नई दिल्ली। भारत के साथ चल रहे पंगे के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की कुर्सी खतरे में फंस गई है। पार्टी के सांसदों ने अब जस्टिन ट्रूडो को चौथे कार्यकाल के लिए दावेदारी पेश नहीं करने और पद से इस्तीफा देने का फरमान जारी किया है। इसके लिए सांसदों की ओर से डेडलाइन भी फिक्स कर दी गई है।
भारत के साथ चल रहे राजनीतिक विवाद के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही घर में बुरी तरह से घिर गए हैं, क्योंकि लिबरल पार्टी के सांसदों ने जस्टिन ट्रूडो को चौथे कार्यकाल के लिए अपनी दावेदारी पेश नहीं करने और पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है। पार्टी सांसदों की ओर से पद छोड़ने का फैसला लेने के लिए 28 अक्टूबर की तिथि फिक्स कर दी गई है। सांसदों का कहना है कि यदि 28 अक्टूबर तक जस्टिन ट्रूडो ने पद छोड़ने का फैसला नहीं किया तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
दरअसल पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे में जस्टिन ट्रूडो और उनकी पार्टी की लोकप्रियता में भारी गिरावट आई है, जिसके चलते पार्टी आगे कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है, इसी के चलते जस्टिन ट्रूडो को पद छोड़ने को कहा गया है।