चेन्नई का लक्ष्य का पीछा करना टेस्ट मैच जैसा लगाः वीरेंद्र सहवाग
चेन्नई सुपर किंग्स जिस तरह दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ लक्ष्य का पीछा कर रही थी उससे ऐसा लग रहा था जैसे टेस्ट मैच चल रहा है
नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि चेन्नई सुपर किंग्स जिस तरह दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ लक्ष्य का पीछा कर रही थी उससे ऐसा लग रहा था जैसे टेस्ट मैच चल रहा है।
दिल्ली ने चेन्नई को 176 रन का लक्ष्य दिया था जिसके जवाब में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई की टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 131 रन ही बना सकी थी। चेन्नई के बल्लेबाज काफी धीमी गति से रन बना रहे थे जिस पर सहवाग ने निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें टेस्ट मैच जैसा अनुभव हो रहा था।
चेन्नई की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और पहले 10 ओवर में उसके तीन विकेट पर 47 रन थे और जरुरी रन रेट 12 का हो गया था। केदार जाधव बाउंड्री के लिए संघर्ष कर रहे थे जबकि फाफ डू प्लेसिस एक छोर से टीम की पारी को संभाल रहे थे। जब धोनी बल्लेबाजी करने उतरे उस वक्त चेन्नई को 26 गेंदों में 78 रन की जरुरत थी और जरुरी रन रेट भी काफी ज्यादा हो गया था। आखिरकार चेन्नई 131 रन ही बना सकी और उसे लगातार दूसरे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
सहवाग ने फेसबुक वीडियो में कहा, "मेट्रो और ट्रेन में कोई तुलना नहीं हो सकती लेकिन दिल्ली की टीम की तरह ही मेट्रो भी युवा है। दिल्ली ने चेन्नई आर्मी को ध्वस्त किया। टी-20 प्रारुप में अगर पर्थ की ग्रीन पिच पर टेस्ट मैच की तरह खेलना है तो मैं सूरज बड़जात्या की फिल्म देखना ज्यादा पसंद करुंगा। चेन्नई की बल्लेबाजी भी ऐसी ही थी।"
उन्होंने कहा, "चेन्नई की शुरुआत इतनी खराब नहीं रही थी। मुरली विजय को देखकर विश्वास नहीं हो रहा था कि वह टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं। शेन वाटसन पुराने इंजन की तरह हैं। डू प्लेसिस ने हालांकि कोशिश की और अपने टीम के साथी को बताया कि हम टेस्ट नहीं टी-20 खेल रहे हैं। इसके बाद धोनी भी जल्दी बल्लेबाजी करने नहीं आए। ऐसा लगता है कि धोनी का नंबर चार पर बल्लेबाजी करने का मन बनाने से पहले भारत को बुलेट ट्रेन मिल सकती है।"
वार्ता