यूपी में एक माह में कोरोना मरीजों की संख्या में 87 फीसद की कमी

पिछले एक माह में राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में 87 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गयी है

Update: 2021-05-30 14:11 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार के बीच रिकवरी दर 96.4 प्रतिशत हो गयी है। पिछले एक माह में राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में 87 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गयी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोरोना प्रबंधन की समीक्षा करते हुये कहा कि कोरोना महामारी से प्रदेश को सुरक्षित रखने की दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा कोविड टेस्ट करने वाले इस राज्य में 30 अप्रैल के 03 लाख 10 हजार 783 मरीजों की पीक की स्थिति के सापेक्ष एक माह में 87 फीसदी की गिरावट हो गई है। वर्तमान में 41,214 कोरोना केस एक्टिव हैं और रिकवरी दर 96.4 प्रतिशत हो गई है।

उन्होने कहा कि बीते 24 घंटो में 1,908 मरीज पाए गए हैं जबकि 6,713 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। इस तरह अब तक कुल 16 लाख 28 हजार प्रदेशवासी कोरोना से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस अवधि में तीन लाख 40 हजार 96 टेस्ट हुए, इसमें 1.42 लाख सैम्पल आरटीपीसीआर माध्यम से जांचे गए। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोविड टेस्ट करने वाला राज्य है। अब तक यहां 04 करोड़ 90 लाख 96 हजार 625 सैम्पल की टेस्टिंग हुई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तक प्रदेश में वैक्सीन के एक करोड़ 79 लाख 92 हजार 299 डोज लगाए जा चुके हैं। जबकि 18 से 44 आयु वर्ग के 19 लाख 79 हजार 399 लोगों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है। सरकार का लक्ष्य जून माह में एक करोड़ लोगों को टीका-कवर से आच्छादित करने का है।

उन्होने निर्देश दिये कि दूध विक्रेता, सब्ज़ी विक्रेता, ऑटो, टैम्पो और ई-रिक्शा चालक, ठेला, खोमचा, रेहड़ी, पटरी व्यवसायी आदि संबंधित वर्ग के टीकाकरण के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। नगरीय निकाय अथवा परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित कर इन सभी लोगों को टीका-कवर से आच्छादित करने की कार्यवाही हो। 15 जून से सभी 75 जिलों में यह प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के आकलन के दृष्टिगत कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में प्रो-एक्टिव नीति अपनाई जा रही है। सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू और एनआईसीयू की स्थापना को तेजी से पूरा किया जाए। सभी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड के पीआईसीयू स्थापित किये जाने हैं। इसके साथ 50 बेड का एनआईसीयू भी हों। यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के साथ किया जाए।

उन्होने कहा कि लगातार प्रयासों से एक ओर जहां संक्रमण की तीव्रता कम हुई है, वहीं ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन की स्थिति बन गई है। ऑक्सीजन ऑडिट से वेस्टेज रोकने में बहुत सहायता मिली है। विगत 24 घंटे में 496 एमटी ऑक्सीजन वितरित की गई, इसमें 285 एमटी केवल रीफिलर को उपलब्ध कराई गई। इनके पास अब पांच दिनों का बैकअप हो गया है। ऑक्सीजन उपलब्धता की स्थिति को देखते हुए औद्योगिक इकाइयों को उनके उपयोग के लिए ऑक्सीजन उपयोग की अनुमति दी गई है। औद्योगिक गतिविधियां सामान्य रूप से क्रियाशील रखी जाएं।

वार्ता

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